Maharashtra News: पुणे की ट्रेनी IAS ऑफिसर पूजा खेडकर का मामला अभी चल ही रहा है और इस बीच एक और पूर्व IAS ऑफिसर अब फंसते नजर आ रहे हैं। विवादों से गहरा नाता रखने वाले उत्तर प्रदेश कैडर के पूर्व IAS ऑफिसर अभिषेक सिंह पर गंभीर आरोप लगे हैं। IAS Abhishek Singh Disability Certificate Scam ने प्रशासनिक सेवा में चयन प्रक्रिया पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अभिषेक सिंह पर आरोप है कि उन्होंने फर्जी विकलांगता प्रमाणपत्र का इस्तेमाल कर सिविल सेवा परीक्षा पास की।
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Maharashtra News: सोशल मीडिया पर वीडियो और विवाद
हाल ही में, सोशल मीडिया पर अभिषेक के डांस और जिम के वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिसके बाद उनकी चयन प्रक्रिया पर सवाल उठने लगे हैं। लोगों ने UPSC पर भी सवाल उठाए हैं और अभिषेक की वैधता पर संदेह व्यक्त किया है। UPSC Selection Process के तहत उनकी वैधता पर उठे सवालों ने चयन प्रक्रिया की पारदर्शिता पर प्रश्नचिन्ह लगा दिए हैं।
अभिषेक सिंह का बयान और प्रतिक्रिया
अभिषेक सिंह ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि एक गैंग उनके खिलाफ फर्जी प्रॉपगैंडा चला रही है। उन्होंने कहा, “जब से मैंने आरक्षण के खिलाफ बोलना शुरू किया, तब से मेरे खिलाफ प्रॉपगैंडा चलाया जा रहा है।” Fake Disability Certificate के आरोपों पर अभिषेक का यह बयान विवाद को और भी जटिल बना देता है।
अभिषेक सिंह का करियर और विवादों की कहानी
अभिषेक की कहानी किसी फिल्म से कम नहीं है। 2011 में सिविल सेवा परीक्षा पास करने के बाद अभिषेक को 2015 में डेप्यूटेशन पर दिल्ली भेजा गया था। जब उनका डेप्यूटेशन पीरियड दो साल के लिए बढ़ाया गया, तो अभिषेक एक लंबे मेडिकल लीव पर चले गए। 2020 में उन्हें उत्तर प्रदेश कैडर में वापस भेज दिया गया, और यहाँ से उन्होंने ग्लैमर वर्ल्ड में कदम रखा। Career and Controversies के बीच, अभिषेक का विवादास्पद करियर लोगों के लिए चर्चा का विषय बना हुआ है।
ग्लैमर वर्ल्ड और सरकारी सेवा से VRS
इस दौरान अभिषेक एक थ्रिलर शॉर्ट फिल्म में नजर आए और नेटफ्लिक्स पर “Delhi Crime Season 2” में एक पुलिस ऑफिसर की भूमिका निभाई। 2020 से 2022 तक अभिषेक फिल्मों, गानों और सेलेब्रिटी पार्टियों में नजर आते रहे, लेकिन सरकारी कार्यों में नहीं। UPSC Process and Reservation के तहत, इस मामले ने विकलांग श्रेणी के रिजर्वेशन की प्रक्रिया पर भी सवाल खड़े किए हैं।
चुनाव आयोग की कार्रवाई और भविष्य की योजनाएं
दो साल बाद अभिषेक ने फिर से ड्यूटी ज्वॉइन की, लेकिन गुजरात चुनाव के दौरान सरकारी गाड़ी के साथ अपनी फोटो इंस्टाग्राम पर डालने के कारण चुनाव आयोग ने उन्हें पद से हटा दिया। फरवरी 2023 में योगी सरकार ने अभिषेक का VRS स्वीकार करते हुए उन्हें सरकारी सेवा से मुक्त कर दिया। Future Plans के तहत, अभिषेक ने फिर से ड्यूटी ज्वॉइन करने की इच्छा जताई है, लेकिन योगी सरकार इस पर विचार नहीं कर रही है।
UPSC में विकलांग श्रेणी के रिजर्वेशन की प्रक्रिया
इस मामले ने एक बार फिर से UPSC में विकलांग श्रेणी के रिजर्वेशन की प्रक्रिया पर सवाल खड़े कर दिए हैं। UPSC में PwD कैंडिडेट के लिए कुछ रियायतें दी जाती हैं, जैसे कि 40% या उससे ज्यादा विकलांगता होने पर ही आवेदन कर सकते हैं, प्रत्येक पेपर के लिए एक घंटे का अतिरिक्त समय मिलता है, अधिकतम आयु सीमा में 10 वर्ष की छूट दी जाती है, और वे अधिकतम 9 प्रयास कर सकते हैं। UPSC Reservation Process के तहत, इन रियायतों का दुरुपयोग न हो, यह सुनिश्चित करने की जरूरत है।
न्याय की प्रक्रिया और अभिषेक सिंह का भविष्य
इस विवाद के बीच अभिषेक सिंह का भविष्य क्या होगा, यह देखना बाकी है। Judicial Process and Future के तहत, इस मामले की गहन जांच और निष्पक्षता से निपटारा किया जाना आवश्यक है।