Kanpur: उत्तर मध्य रेलवे ने दैनिक यात्रियों के लिए एक महत्वपूर्ण सुधार की घोषणा की है। एक अगस्त से कानपुर और अलीगढ़ के बीच फास्ट मेमू (मेमू रेल) की सेवा शुरू होने जा रही है। यह नई सेवा इटावा, शिकोहाबाद, फिरोजाबाद, टूंडला, और हाथरस जैसे प्रमुख स्टेशनों पर दो मिनट के लिए रुकेगी, जबकि छोटे स्टेशनों पर एक मिनट का स्टॉपेज होगा। इसके अलावा, प्रयागराज, झांसी, लखनऊ, बांदा, और चित्रकूट के लिए भी जल्द ही फास्ट मेमू की सेवाएं शुरू की जा सकती हैं। प्रयागराज मंडल और कानपुर के अधिकारियों के बीच उत्तर मध्य रेलवे के अफसरों से बातचीत चल रही है।
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नई थ्री फेज मेमू की विशेषताएँ:
इलेक्ट्रिक लोकोशेड के सीनियर डीईई, राहुल त्रिपाठी के अनुसार, पुरानी मेमू में डीसी मोटर लगी होती है जिसमें कार्बन ब्रश होते हैं। ये ब्रश अक्सर गर्म हो जाते हैं, जिससे मोटर को नुकसान पहुँच सकता है। इसके विपरीत, नई थ्री फेज मेमू या फास्ट मेमू इंडक्शन मोटर पर आधारित रहती है। यह मोटर स्पीड बढ़ाने पर भी खराब नहीं होती और तुरंत रफ्तार पकड़ लेती है।
स्पीड और संचालन:
नई थ्री फेज मेमू की स्पीड 100 से 110 किलोमीटर प्रतिघंटा होगी, जबकि पुरानी मेमू की रफ्तार 80 से 90 किलोमीटर प्रतिघंटा रहती है। कोरोना काल से पूर्व, हर एक से डेढ़ घंटे के बीच मेमू ट्रेनें चलती थीं, लेकिन अब दो जोड़ी सुबह और दो जोड़ी शाम को ही चल रही हैं। दोपहर में इंटरसिटी एक्सप्रेस चलती है। दैनिक यात्रियों और एमएसटी संघ ने मेमू की संख्या बढ़ाने की मांग की थी, जिसे ध्यान में रखते हुए फास्ट मेमू सेवा शुरू की जा रही है।
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आशा और प्रतिक्रिया:
फास्ट मेमू की सेवा के शुरू होने से यात्रियों को बेहतर और तेज यात्रा का अनुभव मिलेगा। यह नई सेवा यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए डिजाइन की गई है, जिससे यात्रा का समय कम होगा और यातायात की गति में सुधार होगा। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि इस नई सेवा से दैनिक यात्रियों को राहत मिलेगी और यात्रा के समय में कमी आएगी।
उम्मीद की जा रही है कि इस नई सेवा से क्षेत्र के विभिन्न प्रमुख स्टेशनों के बीच यातायात की दक्षता में सुधार होगा और यात्रियों की यात्रा का अनुभव बेहतर होगा। रेलवे विभाग इस नई सेवा के सफल संचालन की उम्मीद कर रहा है और भविष्य में इसे अन्य रूट्स पर भी विस्तारित किया जा सकता है।
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