MP News: उज्जैन पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के महामंडलेश्वर Swami Premanand महाराज का एक विवादित बयान सामने आया है। श्रीमद् भागवत कथा के आयोजन के दौरान उन्होंने हिंदू माताओं को कम से कम चार पुत्र पैदा करने की सलाह दी। यह बयान श्री बाबाधाम मंदिर (अर्जी वाले हनुमान – 81 फीट) में आयोजित कथा के पांचवें दिन गुरुवार को दिया गया। Controversial Statement by Swami Premanand ने तेजी से विवाद को जन्म दिया है।
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MP News: चार पुत्रों की सलाह
स्वामी प्रेमानंद ने कहा, “If you want to make India a Hindustan, then mothers should have at least four sons in a family.” उन्होंने चिंता जताई कि हिंदू माताओं का ध्यान अपने फिगर को मेंटेन करने में लगा हुआ है। उन्होंने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश के 17 जिले हिंदू धर्म के नहीं रहे, आधा बंगाल और असम में 5 लाख लोग बिना पासपोर्ट और वीजा के रह रहे हैं। Four Sons Advice ने सोशल मीडिया और सार्वजनिक मंचों पर व्यापक प्रतिक्रिया प्राप्त की है।
महाभारत का हवाला
महामंडलेश्वर ने महाभारत का हवाला देते हुए कहा कि पहले 60,000 बच्चे होते थे, लेकिन अब 1-2 ही हो रहे हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि अगर किसी का टारगेट दो बच्चे हैं, तो उसे तीन करना चाहिए और एक बच्चे को वे पालने के लिए दे दें। उन्होंने कहा कि पहले हिंदुओं की संख्या 2 करोड़ थी, फिर 9 करोड़ और अब 38 करोड़ है। यह दिन दूर नहीं जब हिंदुस्तान इंडोनेशिया न बन जाए।
अखंड भारत की कल्पना
स्वामी प्रेमानंद ने कहा कि To save Sanatan Dharma, mothers should have at least four children, and if the number increases, it will be God’s grace. उन्होंने कहा कि सनातन धर्म को बचाने के लिए माताओं को क्षत्राणी बनना पड़ेगा और इसके बारे में सोचना पड़ेगा। Hindu Population Growth के लिए उनका यह बयान बहुत विवादास्पद माना गया है।
व्यक्तिगत उदाहरण
उन्होंने अपने परिवार का उदाहरण देते हुए कहा, “मेरी माँ ने हम 7 बच्चों को पाला है, हम 7 भाई हैं।” यह बयान श्रीमद् भागवत कथा के आयोजन के दौरान उज्जैन के बड़नगर रोड स्थित मोहनपुरा में श्री बाबाधाम मंदिर में दिया गया था।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया
MP News: इस बयान के बाद विवाद खड़ा हो गया है और इसे कई लोगों ने आपत्तिजनक माना है। स्वामी प्रेमानंद के इस बयान को लेकर Social Media Reactions भी तीखी आ रही हैं।