Haridwar के कांगड़ा घाट पर एक 22 वर्षीय कांवड़िए को डूबने से बचाने के लिए एसडीआरएफ (स्टेट डिजास्टर रेस्पॉन्स फोर्स) के जवानों ने सराहनीय कार्य किया। हरियाणा के रहने वाले कमलेश को पानी में बहते देख एसडीआरएफ के जवानों ने तुरंत पानी में छलांग लगाई और उसे सुरक्षित बाहर निकाला।
यहां हमारे व्हाट्सएप चैनल से जुड़ें
घटना का विवरण
कांगड़ा घाट पर जलमग्न होने के दौरान 22 वर्षीय कमलेश, जो कि हरियाणा का निवासी है, अचानक पानी के तेज बहाव में बह गया। घटनास्थल पर मौजूद एसडीआरएफ के जवानों ने तुरंत स्थिति को समझा और बिना देरी किए पानी में छलांग लगाकर कमलेश को बचाया।
रेस्क्यू ऑपरेशन
एसडीआरएफ के जवानों ने त्वरित और साहसिक कार्रवाई करते हुए कमलेश को डूबने से बचाया। जवानों की तत्परता और कुशलता की बदौलत कमलेश को सुरक्षित बाहर निकाला जा सका। जवानों की इस बहादुरी के कारण कमलेश की जान बच गई और उसे तुरंत प्राथमिक चिकित्सा दी गई।
यहां हमारे ट्विटर से जुड़ें
कांवड़ियों की सुरक्षा
हरिद्वार में कांवड़ यात्रा के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु गंगा नदी में स्नान करने आते हैं। इस दौरान सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एसडीआरएफ और अन्य सुरक्षा बल तैनात रहते हैं। एसडीआरएफ के जवानों द्वारा की गई इस त्वरित कार्रवाई ने कांवड़ियों के बीच सुरक्षा के प्रति विश्वास को और भी मजबूत किया है।
निष्कर्ष
हरिद्वार में कांगड़ा घाट पर एसडीआरएफ के जवानों ने 22 वर्षीय कांवड़िए कमलेश को डूबने से बचाकर एक महत्वपूर्ण और सराहनीय कार्य किया है। इस घटना ने न केवल एसडीआरएफ के जवानों की तत्परता और साहस को उजागर किया है, बल्कि कांवड़ यात्रा के दौरान सुरक्षा के महत्व को भी रेखांकित किया है।
और पढ़ें