Chhattisgarh News: नारायणपुर जिले के हृदय स्थल पर स्थित ऐतिहासिक (Bandhwa Talab) बंधवा तालाब, जिसे 1960 में (shramdaan) श्रमदान से बनाया गया था, तीन साल बाद अपनी पुरानी स्थिति में वापस लौट आया है। हाल ही में (monsoon season) बरसात के मौसम ने इस तालाब को भर दिया है, जिससे स्थानीय निवासियों में खुशी की लहर दौड़ गई है। तीन साल पहले, बंधवा तालाब को (beautification) सौंदर्यकरण के नाम पर खाली कर दिया गया था और इसके बाद से तालाब में कोई पानी नहीं था। इस दौरान, तालाब की सूखी स्थिति ने स्थानीय लोगों को (water shortage) निस्तारी से लेकर पशुओं को पानी की गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ा।
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(Chhattisgarh) छत्तीसगढ़ में सत्ता परिवर्तन के बाद, बंधवा तालाब के सौंदर्यकरण का कार्य पुनः शुरू किया गया। नई सरकार ने इस ऐतिहासिक तालाब के रखरखाव पर ध्यान दिया, जिससे अब तालाब (full of water) पानी से लबालब भर गया है और अपनी पुरानी स्थिति में लौट आया है। स्थानीय निवासियों ने इस सुधार का स्वागत किया है और बताया कि पिछली सरकार के दौरान तालाब की बदहाल स्थिति ने उन्हें भारी परेशानियों में डाल दिया था।
Chhattisgarh News: बंधवा तालाब पहले (water supply) निस्तारी, (post-cremation bathing) दाह संस्कार के बाद नहाने और पशुओं के पानी पीने के काम आता था। इसके सूखने के कारण इन सभी कार्यों में कठिनाई आई थी। अब, तालाब की स्थिति में सुधार होने से सभी स्थानीय लोग खुश हैं और इसे अपने जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा मानते हैं।