Pratapgarh: जिले के जिला चिकित्सालय में निजी सोनोग्राफी सेंटर के दलालों द्वारा मरीजों को बहला-फुसलाकर अपने सेंटर पर ले जाने की शिकायतें लंबे समय से मिल रही थीं। इस गंभीर मामले को लेकर जिला चिकित्सालय प्रशासन ने आखिरकार सख्त कदम उठाया है। प्रमुख चिकित्सा अधिकारी (पीएमओ) डॉ. ओमप्रकाश दायमा ने मामले को गंभीरता से लेते हुए कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराई और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
जिला चिकित्सालय में आए दिन यह शिकायतें मिल रही थीं कि कुछ निजी सोनोग्राफी सेंटर और निजी चिकित्सालयों के दलाल मरीजों और उनके परिजनों को झांसे में लेकर जिला अस्पताल में मिलने वाली सुविधाओं से वंचित कर, उन्हें अपने निजी लैब और सेंटरों पर ले जा रहे थे। इन दलालों ने नर्सिंग कंपाउंडर की ड्रेस पहनकर अस्पताल के कर्मचारियों के रूप में मरीजों को भ्रमित किया और उन्हें निजी चिकित्सा केंद्रों पर ले जाकर महंगी जांच और उपचार के लिए मजबूर किया।
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Pratapgarh: प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. ओमप्रकाश दायमा ने इस स्थिति पर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि इस प्रकार की गतिविधियों से न केवल मरीजों को आर्थिक नुकसान हो रहा है, बल्कि सरकारी योजनाओं के लाभ से भी वंचित होना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि कई बार ऐसी शिकायतें मिलने के बावजूद मरीज और उनके परिजन सामने नहीं आ पा रहे थे, जिससे कार्रवाई करने में कठिनाई हो रही थी।
हालांकि, अब पीएमओ की सतर्कता के चलते शुक्रवार को इस मुद्दे पर सख्त कार्रवाई की गई। उन्होंने कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराते हुए स्पष्ट किया कि यदि इन दलालों के संपर्क में अस्पताल का कोई भी कर्मचारी शामिल पाया जाता है, तो उसके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।
Pratapgarh: जिला चिकित्सालय प्रशासन का यह कदम दर्शाता है कि अब मरीजों को उनके हक और सरकारी योजनाओं का पूरा लाभ दिलाने के लिए प्रशासन पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। इस कार्रवाई से अस्पताल में हो रही अनियमितताओं पर भी लगाम लगने की उम्मीद है।
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