Ghaziabad के RDC में स्थित एक अस्पताल ने पुलिस की एंट्री पर बैन लगा दिया है, जिसके चलते शहर में खलबली मच गई है। अस्पताल प्रबंधन ने अस्पताल के गेट पर एक नोटिस चस्पा किया है, जिसमें साफ तौर पर लिखा गया है कि जब तक ‘जिला बदर’ सतेंद्र त्यागी को गिरफ्तार नहीं किया जाता, तब तक गाजियाबाद पुलिस को अस्पताल में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। इस फैसले के पीछे का कारण अस्पताल प्रबंधन और पुलिस के बीच बढ़ते तनाव को बताया जा रहा है।
क्या है मामला?
आरडीसी में स्थित हर्ष ईएनटी हॉस्पिटल, जिसके संचालक वरिष्ठ नाक, कान और गला रोग विशेषज्ञ डॉ. बीपी त्यागी हैं, ने यह कदम उठाया है। डॉ. बीपी त्यागी का आरोप है कि 20 जून को एक ‘जिला बदर’ आरोपी ने उनके अस्पताल में घुसकर उन्हें जान से मारने की धमकी दी थी। उन्होंने इस मामले की शिकायत एडीसीपी दिनेश कुमार पी. से की थी, जिन्होंने कार्रवाई के लिए एसीपी कविनगर को निर्देशित किया था। इसके बाद डॉ. त्यागी ने कविनगर थाने में तहरीर दी, लेकिन पुलिस की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई, जिससे वे बेहद नाराज हो गए।
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पुलिस की बुद्धि शुद्धी के लिए हवन
26 जुलाई को डॉ. बीपी त्यागी ने अपनी शिकायत को अफसरों तक पहुंचाने के लिए जिला मुख्यालय स्थित सूचना विभाग परिसर में ‘पुलिस की बुद्धि शुद्धी’ के लिए हवन का आयोजन किया। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने उनकी तहरीर के बावजूद आरोपी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। आरोप है कि शिकायत दर्ज कराने के बावजूद आरोपी को जिला बदर सूची से हटा दिया गया और उसने दुबारा अस्पताल आकर धमकी भरी चिट्ठी भी दी।
आईएमए सभागार में सार्वजनिक विरोध
16 अगस्त को कोलकाता रेप-मर्डर केस पर विरोध जताने के लिए आईएमए भवन सभागार में आयोजित बैठक के दौरान, डॉ. बीपी त्यागी ने सार्वजनिक तौर पर पुलिस कमिश्नर को फोन लगाया। फोन उनके पीआरओ ने उठाया और कमिश्नर के मीटिंग में होने की बात कही। इस पर डॉ. त्यागी ने पीआरओ से सवाल किया कि साहब हर समय मीटिंग में रहते हैं? उन्होंने सभागार में मौजूद डॉक्टरों के सामने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए सुरक्षा के मुद्दे पर चिंता व्यक्त की।
अस्पताल में पुलिस एंट्री पर बैन
मंगलवार को, डॉ. बीपी त्यागी ने अपने अस्पताल के बाहर एक नोटिस चस्पा कर दिया, जिसमें लिखा गया है कि जब तक ‘जिला बदर’ सतेंद्र त्यागी को पकड़ा नहीं जाता, तब तक गाजियाबाद पुलिस का अस्पताल में प्रवेश वर्जित है। इस पोस्टर पर कथित तौर पर सतेंद्र त्यागी की तस्वीर भी लगाई गई है।
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अब देखना यह है कि पुलिस इस मामले में क्या कदम उठाती है और कब तक अस्पताल में उनकी एंट्री पर लगे बैन को हटाया जाता है। इस मामले ने शहर में काफी चर्चा बटोरी है और लोगों की निगाहें इस पर टिकी हैं कि आगे क्या होता है।
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