झारखंड: पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के नेता चंपाई सोरेन ने नई पार्टी बनाने का ऐलान किया है। यह घोषणा उनके हाल के बागी सुरों के बाद आई है, जिसने सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है। चंपाई ने स्पष्ट किया है कि वे राजनीति से संन्यास नहीं लेंगे और पार्टी को मजबूत करेंगे। उन्होंने गठबंधन के लिए भी दरवाजे खुले रखे हैं।
संदीप घोष की टिप्पणी और समर्थन
चंपाई सोरेन ने कहा, “मैं राजनीति से संन्यास नहीं लूंगा। मैंने तीन विकल्प बताए थे – रिटायरमेंट, संगठन या दोस्त। मैं रिटायर नहीं होऊंगा, बल्कि नई पार्टी बनाऊंगा और अगर रास्ते में कोई अच्छा दोस्त मिला, तो उसके साथ आगे बढ़ूंगा।” चंपाई ने दिल्ली से लौटने के बाद हाता क्षेत्र में अपने समर्थकों से मुलाकात की और नई पार्टी की घोषणा की। उन्होंने कहा कि सात दिन के भीतर पूरी तस्वीर साफ हो जाएगी।
संदीप घोष और भाजपा में शामिल होने के कयास
चंपाई सोरेन के गुस्से का मुख्य कारण मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ विवाद है। उनकी नई पार्टी के नाम की घोषणा अभी बाकी है, लेकिन उनकी भाजपा में शामिल होने की संभावनाओं पर अब विराम लग चुका है। हाल ही में केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी ने चंपाई सोरेन का समर्थन करते हुए पोस्ट किया कि वे राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में शामिल हो सकते हैं। मांझी की पार्टी हिन्दुस्तान आवाम मोर्चा भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए का हिस्सा है।
सरकारी कार्यक्रम रद्द करने का आरोप
चंपाई सोरेन ने आरोप लगाया है कि जुलाई के पहले सप्ताह में उनके सभी सरकारी कार्यक्रम बिना उनकी जानकारी के रद्द कर दिए गए थे। उन्होंने कहा कि पार्टी नेतृत्व ने बताया कि 3 जुलाई को पार्टी विधायकों की बैठक है, और इसीलिए वे किसी सरकारी कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सकते थे।