Ranchi के जगन्नाथपुर थाना के पास हाल ही में स्वर्गीय कैलाशपति मिश्रा की प्रतिमा स्थापित की गई थी, जिसका उद्घाटन 15 अगस्त को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी द्वारा किया गया था। इस प्रतिमा के उद्घाटन के बाद से झारखंड के आदिवासी समुदाय ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया है। विरोध प्रदर्शन के तहत, आज आदिवासी समुदाय के लोग बिरसा चौक के पास इकट्ठा हुए और प्रतिमा को तोड़ने के प्रयास में जुट गए।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, सिटी एसपी के नेतृत्व में पुलिस बलों की भारी तैनाती की गई। प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर प्रदर्शनकारियों को रोका और स्थिति को नियंत्रित किया। विरोध कर रहे लोगों ने आरोप लगाया कि स्वर्गीय कैलाशपति मिश्रा झारखंड के विभाजन के विरोधी थे और उनका उद्देश्य था कि झारखंड बिहार से अलग न हो सके। इसलिए, आदिवासी समुदाय के लोग नहीं चाहते कि उनकी मूर्ति झारखंड में स्थापित की जाए।
Ranchi: प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन से मांग की है कि मूर्ति को तुरंत हटाया जाए। उनका कहना है कि यदि प्रशासन उनकी मांग पर ध्यान नहीं देता, तो वे बल प्रयोग कर मूर्ति को हटाने के लिए मजबूर होंगे। फिलहाल, प्रशासन मामले की गंभीरता को देखते हुए उचित कदम उठा रहा है और स्थिति को शांत करने की कोशिश की जा रही है।
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