MP News: (मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव) ने इंदौर में आयोजित “हर घर कन्हैया” और “हर मां यशोदा” कार्यक्रम में एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश के प्रत्येक ब्लॉक में एक गांव अब “बरसाना” के नाम से जाना जाएगा। यह गांव मथुरा के बरसाना की तर्ज पर आदर्श गांव के रूप में विकसित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के प्रत्येक नगरीय निकाय में गीता भवनों की स्थापना की जाएगी। इन भवनों का उद्देश्य ज्ञान चर्चा, परिचर्चा, साहित्य चर्चा, और विचार-विमर्श के लिए एक मंच प्रदान करना होगा। गीता भवनों में प्राचीन संस्कृति को पुनर्जीवित करने के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
यहां हमारे ट्विटर से जुड़ें
बरसाना नाम से जाने वाले गांवों में खेल के मैदान, स्कूल, गौशालाएं और संस्कार की पाठशालाएं स्थापित की जाएंगी। ये गांव आदर्श गांव की तरह होंगे, जहाँ आमदनी के रास्ते और विभिन्न सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। मुख्यमंत्री का मानना है कि इस पहल से प्राचीन संस्कृति को पुष्पित और पल्लवित किया जाएगा और लोगों को अपनी सांस्कृतिक धरोहर को समझने का मौका मिलेगा।
MP News: मुख्यमंत्री की इस घोषणा से मध्य प्रदेश में सांस्कृतिक पुनरुद्धार की दिशा में एक नई शुरुआत की उम्मीद जताई जा रही है। यह कदम प्रदेश की ग्रामीण जीवनशैली में सुधार और सांस्कृतिक जागरूकता बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।
और पढ़ें