Haryana Assembly Election 2024: अक्तूबर में होने वाले हरियाणा विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को जीत की हैट्रिक दिलाने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। आरएसएस के सभी अनुषांगिक संगठन भाजपा के साथ मिलकर चुनावी रणनीति को साकार करने में लगे हुए हैं।
आरएसएस की प्राथमिकता और सुझाव
संघ का मुख्य ध्यान मत प्रतिशत बढ़ाने और 60 फीसदी सीटों पर प्रतिद्वंद्वियों पर बढ़त हासिल करने पर है। इसके लिए आरएसएस ने भाजपा को 70 फीसदी सीटों पर नए चेहरे को मौका देने का सुझाव दिया है। संघ के सूत्रों के अनुसार, लोकसभा चुनाव में भाजपा की निराशाजनक परफॉर्मेंस के कारण कार्यकर्ताओं की नाराजगी और आंतरिक कलह के मुद्दे सामने आए थे। इस बार, संघ ने यह तय किया है कि हर बूथ पर सक्रियता बनाए रखने के लिए भाजपा के साथ संघ के कार्यकर्ता भी मौजूद रहेंगे।
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Haryana Assembly Election 2024: आरएसएस के अनुभव और रणनीति
संघ के सह सरकार्यवाह अरुण कुमार, जो Haryana के प्रांत प्रचारक रह चुके हैं, इस चुनाव में भाजपा को उनके अनुभव का लाभ उठाने का निर्देश दिया गया है। फरीदाबाद में हुई अहम बैठक में उन्होंने सक्रिय भागीदारी की और संघ ने भाजपा को सलाह दी कि सभी वरिष्ठ नेताओं को टिकट दें और नए चेहरे को प्रमुखता दें। संघ ने सभी 90 सीटों पर उम्मीदवारों का पैनल तैयार किया है और 11,000 बूथों पर बढ़त हासिल करने के लिए संपर्क अभियान शुरू किया है।
भविष्य की योजना
भाजपा और आरएसएस के संयुक्त प्रयासों से हर बूथ पर संपर्क साधने और मतदाताओं को प्रोत्साहित करने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। यह सुनिश्चित करने के लिए कि कोई भी बूथ पिछड़ न जाए, संघ के सभी अनुषांगिक संगठन सक्रिय रूप से भाग लेंगे।