पटना, बिहार — विदि सेंटर फॉर लीगल पॉलिसी के प्रोजेक्ट न्याय का ऐतिहासिक कानूनी पहल ‘समविधान फैलोशिप’ (Samvidhaan Fellowship)का शुभारंभ पटना, बिहार में चाणक्य नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी (CNLU) में किया गया। इस कार्यक्रम की शोभा बढ़ाने वाले न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) आफताब आलम ने इसे राज्य में जमीनी स्तर पर कानूनी सशक्तिकरण को आगे बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया। इस फैलोशिप का उद्देश्य न्याय तक पहुंच में अंतर को पाटना और वंचित समुदायों को विश्वसनीय कानूनी सहायता प्रदान करना है।
कार्यक्रम की मुख्य विशेषताएं और उद्देश्य
लॉन्च कार्यक्रम की शुरुआत CNLU के कुलपति प्रो. डॉ. फैजान मुस्तफा के स्वागत भाषण से हुई, जिन्होंने दिन के कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। पांच ‘समविधान फैलो’ को न्याय टीम में औपचारिक रूप से न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) आलम द्वारा शामिल किया गया। ये जिला-स्तरीय वकील बिहार राज्य कानूनी सेवा प्राधिकरण, दूरदर्शन पटना और स्थानीय नागरिक समाज संगठनों जैसे प्रमुख साझेदारों के साथ काम करेंगे ताकि कानूनी जागरूकता और समर्थन को बढ़ाया जा सके।
मुख्य वक्ता और उनके योगदान
विदि सेंटर फॉर लीगल पॉलिसी के संस्थापक अर्घ्य सेनगुप्ता ने बिहार में न्याय तक पहुंच में बाधाओं और समविधान फैलो की इन चुनौतियों से निपटने में भूमिका को उजागर किया। फैलो की सलाहकार समूह, जिसमें न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) आलम, प्रो. डॉ. फैजान मुस्तफा और कानूनी और सार्वजनिक नीति के अन्य प्रमुख हस्तियां शामिल हैं, द्वारा मार्गदर्शन किया जाएगा। कार्यक्रम में एक गोलमेज चर्चा भी आयोजित की गई जिसमें फैलो ने फैलोशिप के लिए अपने लक्ष्यों और दृष्टिकोणों को साझा किया।
समुदाय और साझेदार संगठनों की भागीदारी
Samvidhaan Fellowship को बिहार में न्याय के भागीदार संगठनों जैसे जीविका, ग्राम वाणी, खबर लहरिया, लॉ फाउंडेशन, निरंतर और बिहार डेवलपमेंट कलेक्टिव द्वारा व्यापक समर्थन मिला। इनका सामूहिक प्रयास फैलोशिप को संवैधानिक अधिकारों को लागू करने और कानूनी पहुंच में सुधार के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण बनाने की दिशा में है।
महत्वपूर्ण व्यक्तियों के वक्तव्य
न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) आफताब आलम ने बिहार में अदालतों और आम जनता के बीच की खाई को पाटने में फैलोशिप के महत्व पर जोर दिया। अर्घ्य सेनगुप्ता ने बिहार में फैलोशिप लॉन्च करने के अपने उत्साह को व्यक्त किया और राज्य में बेहतर कानूनी सहायता ढांचे की आवश्यकता पर बल दिया।
भविष्य के लक्ष्य और प्रभाव
Samvidhaan Fellowship, जिसे 2022 में कर्नाटक में भी लॉन्च किया गया था, का उद्देश्य जरूरतमंद समुदायों को जमीनी स्तर पर कानूनी सहायता प्रदान करना है। इस पहल का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि हर भारतीय अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हो और न्याय तक प्रभावी ढंग से पहुंच सके। न्याय की टीम लीड अनीशा गोपी ने इस फैलोशिप के माध्यम से न्याय तक पहुंच में अंतिम मील की खाई को बंद करने के लिए न्याय की प्रतिबद्धता की पुष्टि की।
न्याय और Samvidhaan Fellowship के बारे में
न्याय का उद्देश्य स्पष्ट, क्रियात्मक कानूनी जानकारी और समर्थन प्रदान करना है। समविधान फैलोशिप इस मिशन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो भारत में एक मजबूत सार्वजनिक-निजी कानूनी सहायता नेटवर्क बनाने की दिशा में काम कर रही है।