एक ट्रैवल इन्फ्लुएंसर द्वारा Vande Bharat Express के खाने की तुलना 5-सितारा होटल के खाने से करने के बाद सोशल मीडिया पर हंगामा मच गया। इन्फ्लुएंसर शशांक गुप्ता ने ट्रेन में मिले भोजन की प्रशंसा करते हुए इसे 5-स्टार होटल जैसा बताया, जिसके बाद उन्हें सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल किया गया। हालांकि, शशांक अपने बयान पर कायम हैं और इसे अपनी वास्तविक राय बता रहे हैं।
क्या है मामला?
2 सितंबर को शशांक गुप्ता ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर वंदे भारत एक्सप्रेस में सफर के दौरान परोसे गए नाश्ते की एक तस्वीर साझा की। इस ट्रे में पोहा, कटलेट, आलू की सब्जी, परांठे, दही, नमकीन का पैकेट और चॉको-पाई मिठाई शामिल थे। शशांक ने तस्वीर के साथ लिखा, “आज मैंने ट्रेन नंबर-20981 उदयपुर-आगरा वंदे भारत एक्सप्रेस में यात्रा की, और इस ट्रेन का खाना किसी 5-सितारा होटल से कम नहीं था। धन्यवाद।”
इस पोस्ट पर IRCTC ने भी प्रतिक्रिया देते हुए उन्हें धन्यवाद कहा, लेकिन जल्द ही सोशल मीडिया पर यूजर्स ने शशांक के रिव्यू को लेकर सवाल उठाने शुरू कर दिए।
यूजर्स ने बताया पेड प्रमोशन
शशांक के पोस्ट पर ट्रोलर्स ने सवाल उठाते हुए कहा कि उनकी समीक्षा पेड प्रमोशन हो सकती है। एक यूजर ने लिखा, “अगर यह 5-सितारा खाना है, तो मैं शाहरुख खान हूं।” एक अन्य ने कहा, “आपको बताने की ज़रूरत नहीं है, आपने कभी 5-सितारा होटल का खाना खाया ही नहीं होगा।”
शशांक का जवाब
ट्रोलिंग के बाद शशांक ने अपनी सफाई में एक और पोस्ट शेयर किया। उन्होंने कहा कि उनका रिव्यू पूरी तरह से उनकी अपनी राय पर आधारित था और किसी भी बाहरी कारक से प्रभावित नहीं था। उन्होंने लिखा, “वंदे भारत का खाना वास्तव में अच्छा था और मुझे 5-सितारा जैसा अनुभव हुआ। इसमें कोई राजनीतिक एजेंडा नहीं था।”
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शशांक की इस प्रतिक्रिया के बाद भी ट्रोलिंग जारी रही, लेकिन उन्होंने अपनी बात पर अडिग रहते हुए कहा कि यह उनकी व्यक्तिगत राय थी और इसे स्वीकार करना या न करना पूरी तरह से लोगों पर निर्भर है।
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यह मामला दिखाता है कि सोशल मीडिया पर राय व्यक्त करना कभी-कभी कितना चुनौतीपूर्ण हो सकता है, और किसी भी राय को लेकर लोग कितनी जल्दी प्रतिक्रिया दे सकते हैं।
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