Ghaziabad के इंदिरापुरम क्षेत्र को आखिरकार नगर निगम को सौंप दिया गया है, जिससे दशकों का इंतजार खत्म हो गया। गुरुवार को मेरठ कमिश्नर सेल्वा कुमारी जे की अध्यक्षता में हुई एक महत्वपूर्ण बैठक में इस प्रस्ताव को स्वीकृति दी गई। इस बैठक में गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) के उपाध्यक्ष अतुल वत्स और नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने हस्तांतरण पत्र पर हस्ताक्षर किए, जो इस ऐतिहासिक फैसले की पुष्टि करता है।
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इंदिरापुरम को नगर निगम को 185 करोड़ रुपये की कीमत पर ट्रांसफर किया जाएगा। इसके साथ ही सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के लिए 8,500 वर्ग मीटर का प्लॉट, विज्ञापन अधिकार (एडवरटाइजिंग राइट्स), जीडीए का जोनल कार्यालय भी नगर निगम को सौंपा जाएगा। इसके अलावा, जीडीए पर जो प्रॉपर्टी का बकाया था, वह अब नगर निगम के अंतर्गत आ जाएगा।
बैठक के दौरान मेरठ की डिविजनल कमिश्नर सेल्वा कुमारी जे ने इस हस्तांतरण को मंजूरी दी और इसे एक महत्वपूर्ण कदम बताया, जो इंदिरापुरम के विकास और प्रबंधन को नए स्तर पर ले जाएगा। जीडीए ने इंदिरापुरम की योजना को नगर निगम को ट्रांसफर करने के निर्णय को स्वीकार किया है, जो आने वाले समय में स्थानीय प्रशासन के लिए बेहतर सुविधाएं और सेवाएं प्रदान करेगा।
इस कदम से इंदिरापुरम क्षेत्र में रह रहे लाखों निवासियों को बेहतर नागरिक सेवाओं का लाभ मिलेगा और क्षेत्र का समग्र विकास तेज गति से हो सकेगा।