New Delhi: बीजेपी नेता मंजींदर सिंह सिरसा ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के उस बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी, जिसमें राहुल गांधी ने कहा था कि भारत में सिखों को पगड़ी पहनने, कड़ा पहनने और गुरुद्वारा जाने की अनुमति को लेकर लड़ाई हो रही है। सिरसा ने राहुल गांधी पर सिख समुदाय के खिलाफ “नफरत भरे शब्द” इस्तेमाल करने का आरोप लगाया और कहा कि उनकी राजनीति देश को बांटने का काम कर रही है।
सिरसा का आरोप: “सिखों के खिलाफ नफरत फैलाने की कोशिश”
मंजींदर सिंह सिरसा ने कहा, “राहुल गांधी यह कह रहे हैं कि भारत में सिख अपनी पहचान और धर्म का पालन करने के अधिकार के लिए लड़ रहे हैं।” सिरसा ने आगे कहा, “आपकी गंदी राजनीति देश को बांट रही है। आप आरोप लगा रहे हैं कि सिख भारत में पगड़ी और कड़ा नहीं पहन सकते… आप यह भी कह रहे हैं कि सिख और गुरुद्वारे भारत में सुरक्षित नहीं हैं।”
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प्रधानमंत्री का सिख धर्म के प्रति सम्मान
सिरसा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उदाहरण देते हुए कहा, “हमारे प्रधानमंत्री गुरुद्वारों में पगड़ी पहनते हैं और सिख धर्म का सम्मान करते हैं।” सिरसा ने राहुल गांधी को याद दिलाया कि सिख समुदाय ने भारत के सर्वोच्च पदों पर आसीन होकर देश का गौरव बढ़ाया है।
राहुल गांधी का अमेरिका में बयान
राहुल गांधी ने वर्जीनिया, अमेरिका में भारतीय प्रवासियों के एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि बीजेपी और विपक्ष के बीच की लड़ाई केवल राजनीति नहीं है, बल्कि यह लड़ाई भारत में सभी धर्मों के अधिकारों की है। उन्होंने कहा, “यह लड़ाई इस बात पर है कि क्या भारत में सिख पगड़ी पहन सकते हैं, कड़ा पहन सकते हैं और गुरुद्वारा जा सकते हैं। यह लड़ाई सिर्फ सिखों के लिए नहीं है, बल्कि सभी धर्मों के लिए है।”
भारत की विविधता पर राहुल गांधी का बयान
राहुल गांधी ने भारतीय राज्यों की विविधता की सराहना करते हुए कहा, “पंजाब एक साधारण शब्द नहीं है, यह आपकी इतिहास, भाषा और परंपरा है।” उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी और उसकी वैचारिक सहयोगी RSS भारत की विविधता को नहीं समझती।