Gonda Train Accident: गोंडा-बुढ़वल रेलखंड पर मंगलवार सुबह एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। तकनीकी गलती के चलते एक मालगाड़ी दो हिस्सों में बंट गई, लेकिन रेलकर्मियों की तेज सूझबूझ से इसे फिर से जोड़ा गया और आगे रवाना किया गया। इस दौरान रेलमार्ग करीब आधे घंटे तक बाधित रहा, जिससे यातायात प्रभावित हुआ।
कैसे हुआ हादसा?
Gonda Train Accident: सुबह 10 बजे के बाद गोंडा से लखनऊ की ओर जा रही मालगाड़ी मैजापुर और करनैलगंज के बीच कस्तूरी के पास पहुंची थी, तभी पीछे की कुछ बोगियां इंजन से कटकर अलग हो गईं। इस हादसे के दौरान गार्ड की बोगी भी पीछे छूट गई। यह घटना गेट संख्या 281 (बी) के पास हुई, जिसके बाद गेटमैन और गार्ड ने रेलवे कंट्रोल को तुरंत सूचित किया।
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रेलकर्मियों की सतर्कता से बचा हादसा
Gonda Train Accident: हादसे की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंचे रेलकर्मियों ने काफी मशक्कत के बाद अलग हुई बोगियों को फिर से जोड़ा और रेल को आगे रवाना किया। इसमें लगभग आधे घंटे का समय लगा। घटना के बाद फाटक बंद रहने से आसपास के इलाकों में जाम की स्थिति पैदा हो गई।
क्या था हादसे का कारण?
Gonda Train Accident: गोंडा के क्षेत्रीय प्रबंधक गिरीश कुमार सिंह के अनुसार, गेट संख्या 281 (बी) के पास छुट्टा मवेशी के कट जाने से मालगाड़ी के इंजन का हाउस पाइप खुल गया था, जिसके कारण ट्रेन को रोकना पड़ा। घटना की जांच की जा रही है, लेकिन स्टाफ की मदद से रेल परिचालन बहाल किया गया।