Lawrence Bishnoi का कुख्यात गैंग अब भारत के 11 जिलों और 6 देशों में अपनी जड़ें फैला चुका है, और इसे और भी फैलाने की योजना है। इस गैंग में 700 से अधिक शूटर्स शामिल हैं, जिन्हें सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के जरिए भर्ती किया जाता है। ये गैंग मुख्य रूप से युवाओं को जल्दी पैसे कमाने और विदेश जाने का लालच देकर अपनी ओर आकर्षित करता है। कुछ को धमकी देकर भी गैंग में शामिल किया जाता है।
Lawrence Bishnoi: एक कुख्यात नाम
लॉरेंस बिश्नोई, जिसका नाम पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद काफी चर्चा में आया था, अहमदाबाद जेल में बंद होने के बावजूद अपनी गैंग को चला रहा है। उसकी गैंग को सिद्धू मूसेवाला की हत्या के साथ-साथ सलमान खान के घर पर फायरिंग और एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के प्रयास से भी जोड़ा गया है।
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Lawrence Bishnoi का नेटवर्क
Lawrence Bishnoi: यह गैंग भारत के 11 राज्यों और 6 देशों तक फैला है। गोल्डी बराड़, काला जठेड़ी, रोहित गोदारा, सुरेंद्र सिंह उर्फ़ चीकू और अनमोल बिश्नोई जैसे प्रमुख सदस्य इसके विस्तार में अहम भूमिका निभा रहे हैं। इस गैंग में शामिल ज्यादातर युवाओं की उम्र 18 से 25 साल के बीच होती है, जो कि जल्दी पैसा कमाने या धमकियों के कारण शामिल होते हैं।
सोशल मीडिया के जरिए भर्ती
लॉरेंस बिश्नोई का गैंग इंस्टाग्राम और फेसबुक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफार्मों का इस्तेमाल करके युवाओं को शूटर्स के रूप में भर्ती करता है। पोस्ट पर लाइक और कमेंट करने वाले युवाओं से गैंग के सदस्य संपर्क करते हैं और उन्हें गैंग में शामिल कर लेते हैं। इसके अलावा, कुछ शूटर्स को गैंग के अन्य सदस्यों की सिफारिश पर भी भर्ती किया जाता है।
हथियार और ऑपरेशन
किसी अपराध से पहले, शूटर्स की लिस्ट तैयार की जाती है। उन्हें ऑपरेशन के लिए हथियार और वाहन मुहैया कराए जाते हैं। शूटर्स को विदेशी और ऑटोमेटिक पिस्टल भी उपलब्ध कराई जाती हैं। अपराध के बाद उन्हें निर्देशित किया जाता है कि हथियार किसे और कहां वापस करना है।
Lawrence Bishnoi: बढ़ता खतरा
Lawrence Bishnoi: यह गैंग कानून व्यवस्था के लिए एक बड़ा खतरा बनता जा रहा है। इसका व्यापक नेटवर्क और कमजोर युवाओं की भर्ती इसे एक खतरनाक संगठन बनाते हैं। अधिकारियों का मानना है कि इस गैंग को रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई और जागरूकता की जरूरत है।