चीन में Human Metapneumovirus (HMPV) वायरस के मामलों में वृद्धि ने दुनियाभर में चिंता पैदा कर दी है। भारत सहित कई देशों में इसे लेकर सतर्कता बढ़ाई जा रही है। मलेशिया में भी HMPV मामलों में वृद्धि देखी गई है। शनिवार को भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय ने मामले की समीक्षा के लिए बैठक की, हालांकि, अधिकारियों का कहना है कि अभी कोई चिंता की बात नहीं है।
चीन में HMPV वायरस के मामलों के बढ़ने के साथ सोशल मीडिया पर अस्पतालों की भीड़ और स्वास्थ्य सेवाओं पर दबाव की वीडियो सामने आई हैं। हालांकि, चीन ने इस वायरस के प्रकोप को कम करके बताया है और कहा है कि यह देश यात्रा के लिए सुरक्षित है।
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HMPV Virus क्या है और क्यों बढ़ रहा है?
HMPV वायरस 2001 में पहचाना गया था और यह Pneumoviridae परिवार का हिस्सा है, जिसमें Respiratory Syncytial Virus (RSV) भी शामिल है। यह वायरस सामान्यतः ऊपरी और निचली श्वसन नलिकाओं में संक्रमण करता है और इसके लक्षण सर्दी या फ्लू जैसे होते हैं।
यह वायरस सभी आयु वर्ग के लोगों को प्रभावित कर सकता है, लेकिन यह बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर इम्यून सिस्टम वाले व्यक्तियों के लिए ज्यादा खतरनाक हो सकता है।
HMPV Virus के लक्षण
CDC (Centre for Disease Control and Prevention) के अनुसार, HMPV वायरस के सामान्य लक्षणों में खांसी, बहती या बंद नाक, बुखार, गले में खराश, और गंभीर मामलों में सांस लेने में कठिनाई या व्हीज़िंग शामिल हैं। कुछ मामलों में यह संक्रमण ब्रोन्काइटिस, निमोनिया या अस्थमा के लक्षणों को बढ़ा सकता है।
किसे है ज्यादा खतरा?
- पांच साल से कम उम्र के बच्चे, विशेष रूप से नवजात शिशु।
- 65 साल या उससे अधिक उम्र के बुजुर्ग।
- कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोग या पुराने श्वसन रोगों (जैसे अस्थमा, COPD) से प्रभावित व्यक्ति।
HMPV Virus कैसे फैलता है?
HMPV वायरस श्वसन ड्रॉपलेट्स के माध्यम से फैलता है, जो खांसने या छींकने के दौरान निकलती हैं। यह हाथ मिलाने, छूने या गंदे सतहों को छूने और फिर चेहरे को छूने से भी फैल सकता है। यह वायरस आमतौर पर सर्दी और वसंत के दौरान अधिक सक्रिय होता है।
HMPV से बचाव के उपाय
CDC ने HMPV और अन्य श्वसन संक्रमणों से बचने के लिए निम्नलिखित उपाय सुझाए हैं:
- हाथों को साबुन और पानी से कम से कम 20 सेकंड तक धोएं।
- गंदे हाथों से चेहरे को छूने से बचें।
- प्रकोप के दौरान भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनें।
- बीमार होने पर घर पर रहें, ताकि वायरस का प्रसार न हो।
- नियमित रूप से ज्यादा छुए जाने वाली सतहों को साफ करें।
HMPV का परीक्षण और निदान
CDC के अनुसार, HMPV संक्रमण का निदान निम्नलिखित तरीकों से किया जा सकता है:
- वायरल जीनोम की पहचान के लिए नाभिकीय अम्ल संवर्धन परीक्षण (NAAT)।
- श्वसन स्रावों में वायरल एंटीजन की पहचान के लिए इम्यूनोफ्लोरेसेंस या एंजाइम इम्यूनोअस्से। सामान्यत: परीक्षण तब किया जाता है जब लक्षण गंभीर होते हैं या प्रकोप की स्थिति हो।
HMPV का उपचार
HMPV का कोई विशिष्ट एंटीवायरल उपचार या वैक्सीन नहीं है। Cleveland Clinic के अनुसार, इसका उपचार मुख्य रूप से लक्षणों को राहत देने पर केंद्रित है:
- हाइड्रेटेड रहें और पूरी तरह से आराम करें।
- दर्द, कंजेशन और बुखार के लिए ओवर-द-काउंटर (OTC) दवाएं लें।
- गंभीर मामलों में अस्पताल में ऑक्सीजन थेरेपी या इंट्रावेनस तरल पदार्थ की आवश्यकता हो सकती है।
वर्तमान परिप्रेक्ष्य
हालांकि HMPV वायरस श्वसन संक्रमणों में वृद्धि का कारण बन रहा है, यह कोई नया वायरस नहीं है और न ही यह महामारी का खतरा उत्पन्न कर रहा है। महामारी के बाद, जब लोग फिर से संक्रमणों के संपर्क में आ रहे हैं, तब इस प्रकार के मौसमी उभार आम हैं।
कब चिकित्सा सहायता लेनी चाहिए?
Cleveland Clinic के अनुसार, यदि लक्षण:
- कुछ दिनों बाद बिगड़ने लगे।
- सांस लेने में कठिनाई या त्वचा का नीला पड़ना (cyanosis) हो।
- पुराने स्वास्थ्य समस्याओं (जैसे COPD या अस्थमा) के साथ हो।