QNET Scam: नोएडा पुलिस ने फर्जी दस्तावेज रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह रैकेट बिसरख पुलिस द्वारा एक बड़ी कार्यवाही के तहत पकड़ा गया, जिसमें फर्जी नोटरी दस्तावेज, फर्जी किराए के समझौते, और जाली पहचान पत्र बनाए गए थे। इन दस्तावेजों का इस्तेमाल बैंक खातों खोलने और विभिन्न सरकारी पहचान प्रमाण प्राप्त करने के लिए किया जा रहा था। इसके बाद इन जाली दस्तावेजों का इस्तेमाल QNET कर्मचारियों को विदेश भेजने के लिए फर्जी पासपोर्ट बनाने में किया जाता था।
QNET Scam: कैसे चलता था यह रैकेट?
जांच के दौरान पुलिस को 100 से अधिक असली पासपोर्ट मिले, जो फर्जी दस्तावेजों के जरिए तैयार किए गए थे। आरोपियों ने अपनी जाली दस्तावेजों की कार्यप्रणाली इतनी सशक्त बनाई थी कि उनका सत्यापन सिस्टम पूरी तरह से बायपास हो जाता था, जिससे वे आसानी से कानूनी प्रक्रिया को धोखा दे सकते थे।
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QNET Scam: पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ की, जिनमें से कुछ का कहना था कि उन्हें इस रैकेट के संचालन में बड़ी रकम मिलती थी और यह पूरी तरह से संयोजित और योजनाबद्ध तरीके से काम कर रहा था।
अपराधियों की गिरफ्तारी और आगे की जांच
QNET Scam: अब तक 7 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं, जिनमें से कुछ पार्सल सेवा और पासपोर्ट एजेंसियों से जुड़े हुए थे। पुलिस की एक टीम ने इस रैकेट से जुड़े और भी लोगों को पकड़ने के लिए जांच के दायरे को बढ़ा दिया है। अधिकारी इस बात की भी जांच कर रहे हैं कि इस रैकेट से जुड़े लोग और कौन-कौन से लोगों को विदेश भेजने में मदद कर रहे थे।
QNET Scam: महत्वपूर्ण संदेश
इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि फर्जी दस्तावेजों की समस्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है, और ऐसे अपराधों को रोकने के लिए कड़ी सत्यापन प्रणाली की आवश्यकता है। पुलिस का कहना है कि QNET स्कैम जैसी धोखाधड़ी के मामलों में शामिल लोगों को पकड़ने और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे।