जांजगीर-चांपा जिले में पराली जलाने वाले किसानों के खिलाफ कार्रवाई में बढ़ोतरी की संभावना है। प्राकृतिक संसाधनों के नुकसान और पर्यावरण प्रदूषण को ध्यान में रखते हुए, जिला प्रशासन ने राजस्व विभाग को कार्रवाई के लिए निर्देश दिए हैं।
किसानों के बेखौफ तरीके से पराली जलाने से प्रदूषण की समस्या बढ़ रही है, जिसका सीधा परिणाम हमारे पर्यावरण और जीवन के लिए हो सकता है। इस बात को देखते हुए प्रशासन ने सभी स्तरीय अधिकारियों को टीएल बैठक में सख्त हिदायत दी है कि किसानों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
सुप्रीम कोर्ट के गाइडलाइन के अनुसार, प्रति हेक्टेयर 20 हजार जुर्माना भी लगाया जा सकता है। किसानों को अपील की गई है कि वे सावधानी बरतें और पराली ना जलाएं, अन्यथा कार्रवाई होगी।