Jaipur: राजधानी की गलता गेट थाना पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए एक अंतर्राज्यीय गिरोह का खुलासा किया है जो महिलाओं के जरिए लोगों को प्यार के जाल में फंसाकर अपहरण कर उनसे फिरौती की मांग करता था। यदि फिरौती नहीं मिलती, तो पीड़ित की हत्या कर दी जाती थी और लाश को गंदे नाले में फेंक दिया जाता था।
यह मामला तब सामने आया जब जयपुर के गलता गेट थाना इलाके से 51 वर्षीय व्यापारी दिलीप सांवरिया अचानक से लापता हो गए। उनके बेटे पीयूष ने 28 मई को थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई। पुलिस ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू की और पाया कि अंजली नाम की एक लड़की ने अपने साथियों के साथ मिलकर दिलीप का मर्डर कर लाश को गंदे नाले में फेंक दिया है।
डीसीपी नॉर्थ जयपुर, राशि डोगरा डूडी ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए एक स्पेशल टीम का गठन किया गया। जांच में पता चला कि दिलीप की अंजली सोनी नाम की महिला से अच्छी जान पहचान थी। अंजली ने अपने पति प्रदीप और दिल्ली के गिरोह के साथ मिलकर दिलीप को पहले प्रेम जाल में फंसाया और फिर उसे दिल्ली बुलाकर अपहरण कर लिया।
गिरोह के सदस्यों ने दिलीप के फोन से उनके परिवार से 50 लाख रुपये की फिरौती मांगी। जब फिरौती नहीं मिली, तो दिलीप की हत्या कर दी गई और लाश को गंदे नाले में फेंक दिया गया।
पुलिस ने अंजली सोनी, उसके पति प्रदीप, और गिरोह के अन्य सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है। फ्लैट की पहचान और सीसीटीवी फुटेज की जांच के बाद पुलिस ने दिल्ली में स्थित एक नाले से दिलीप की लाश बरामद की।
आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे महिलाओं के माध्यम से लोगों को फंसाकर उनसे फिरौती मांगते थे और फिरौती न मिलने पर उनकी हत्या कर देते थे। पुलिस द्वारा गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश जारी है।