Kanpur विकास प्राधिकरण (केडीए) के इतिहास में पहली बार, वीसी मदन सिंह गर्बयाल ने 39 अवैध प्लॉटिंग पर कड़ी कार्रवाई करते हुए एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए हैं। यह कार्रवाई गंगा कटरी क्षेत्र में हुई, जहां तहसील और केडीए के अधिकारियों की मिलीभगत से केडीए के लैंड बैंक की जमीन पर अवैध प्लॉटिंग हो रही थी।
गंगा कटरी के क्योंरा हिंदूपुर बनियापुर में निजी हाउसिंग सोसाइटीज केडीए की जमीन पर प्लॉट बेच रही थीं। लगभग 200 बीघे जमीन पर भूमाफियाओं, तहसील और केडीए कर्मियों की मिलीभगत से लंबे समय से कब्जा किया हुआ था। वीसी मदन सिंह गर्बयाल ने इस मामले में सख्त कदम उठाते हुए जीरो टॉलरेंस नीति के तहत कार्रवाई की है।
इस कार्रवाई के बाद तहसील कर्मियों, केडीए अधिकारियों, कर्मचारियों और भूमाफियाओं में हड़कंप मच गया है। अवैध कब्जा करने वालों में बड़े उद्योगपति, राजनीतिक दल के नेता, व्यापारी, सरकारी अधिकारी, कर्मचारी और अधिवक्ता भी शामिल हैं।
वीसी मदन सिंह गर्बयाल ने कहा, “हम किसी भी तरह के अवैध कब्जे को बर्दाश्त नहीं करेंगे। केडीए की जमीन को बचाने और भूमाफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए हम पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।” उन्होंने कहा कि इस मामले में शामिल सभी लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।
केडीए की इस कड़ी कार्रवाई के बाद, स्थानीय निवासियों और कानूनी अधिकारियों ने इस कदम की सराहना की है। यह कदम कानपुर में अवैध कब्जे और भ्रष्टाचार को रोकने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो सकता है।
भूमाफियाओं के खिलाफ की गई इस कार्रवाई ने कानपुर के विकास प्राधिकरण की सख्ती और प्रतिबद्धता को दिखाया है। यह कदम अन्य अवैध कब्जों को रोकने और कानूनी प्रक्रिया के पालन को सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश देता है।