राजधानी Patna में अतिक्रमण हटाने के दौरान हंगामा और बवाल, दुकानदारों ने किया विरोध में जाम से निजात दिलाने के उद्देश्य से एक बार फिर अवैध अतिक्रमण हटाने का अभियान शुरू हुआ है। इस अभियान को लेकर प्रमंडलीय आयुक्त कुमार रवि और पटना जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने आला अधिकारियों के साथ बैठक कर कई दिशा निर्देश दिए। इसी कड़ी में, शुक्रवार को पटना जंक्शन गोलंबर पर अतिक्रमण हटाने के दौरान जमकर हंगामा और बवाल हुआ।
पटना नगर निगम के अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान दुकानदार सड़क पर उतर आए और सड़क को जाम कर दिया। इससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई। अतिक्रमण हटाने आए नगर निगम कर्मियों और दुकानदारों के बीच हल्की झड़पें हुईं। अतिक्रमण हटाने के दौरान सड़क किनारे लगे दुकानदारों के सामान और ठेलों को भी हटाया गया, जिससे कई ठेले गिर गए और दुकानदारों की नाराजगी बढ़ गई।
मामले की जानकारी मिलते ही कोतवाली थाना पुलिस दलबल के साथ पटना जंक्शन गोलंबर पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रण में लिया। दुकानदारों का आरोप है कि उन्हें अतिक्रमण हटाने की पूर्व सूचना नहीं दी गई थी। उनका कहना है कि अगर सूचना दी जाती तो वे स्वयं अपने सामान और ठेलों को हटा लेते। लेकिन बिना किसी सूचना के अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई से वे नाराज हो गए।
दुकानदारों ने बताया कि उन्हें अतिक्रमण हटाने की कोई सूचना नहीं दी गई थी। एक दुकानदार ने कहा, “अगर हमें पहले से सूचना दी जाती, तो हम अपने सामान और ठेलों को हटा लेते। लेकिन अचानक इस तरह की कार्रवाई से हमें काफी नुकसान हुआ है।”
प्रशासन का बयान:
प्रमंडलीय आयुक्त कुमार रवि और पटना जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने कहा कि शहर को जाम से निजात दिलाने के लिए अतिक्रमण हटाना जरूरी है। उन्होंने बताया कि इस अभियान के दौरान किसी भी तरह की अव्यवस्था को रोकने के लिए प्रशासन ने सभी आवश्यक कदम उठाए हैं।
अतिक्रमण हटाने की इस कार्रवाई से पटना शहर में जाम की समस्या को कम करने में मदद मिलेगी, लेकिन दुकानदारों की नाराजगी को देखते हुए प्रशासन को भविष्य में इस तरह की कार्रवाई के लिए उचित सूचना और समय देना चाहिए ताकि कोई अप्रिय घटना न हो।