Chhattisgarh के नारायणपुर में सुरक्षाबलों ने एक बड़े नक्सल विरोधी ऑपरेशन को अंजाम दिया है। इस ऑपरेशन में अब तक 8 नक्सली मारे जा चुके हैं और एनकाउंटर अभी भी जारी है। इस महत्वपूर्ण कार्रवाई में नारायणपुर, कोंडागांव, कांकेर और दंतेवाड़ा की डीआरजी, एसटीएफ और आईटीबीपी की 53वीं बटालियन की फोर्स सक्रिय रूप से शामिल है और इलाके में सर्च ऑपरेशन चला रही है।
यह ऑपरेशन नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में बढ़ते नक्सली गतिविधियों को नियंत्रित करने के उद्देश्य से चलाया जा रहा है। सुरक्षाबलों को गुप्त सूचना मिली थी कि नक्सली एक बड़ी योजना बना रहे हैं। इसके बाद सुरक्षाबलों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इस बड़े नक्सल विरोधी ऑपरेशन की शुरुआत की।
इस मुठभेड़ में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच तीव्र गोलीबारी हुई। अब तक की जानकारी के अनुसार, 8 नक्सली मारे जा चुके हैं। सुरक्षाबलों ने इलाके को घेर लिया है और एनकाउंटर अभी भी जारी है। इस ऑपरेशन में डीआरजी, एसटीएफ और आईटीबीपी की 53वीं बटालियन की फोर्स पूरी ताकत से लगी हुई है।
नारायणपुर-कोंडागांव-कांकेर-दंतेवाड़ा क्षेत्र में सुरक्षाबलों ने सर्च ऑपरेशन चलाया हुआ है। इस ऑपरेशन का मुख्य उद्देश्य नक्सलियों के ठिकानों को ढूंढना और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करना है। सुरक्षाबलों ने इलाके को सील कर दिया है और संभावित नक्सली ठिकानों पर निगरानी बढ़ा दी है।
इस ऑपरेशन में शामिल सुरक्षाबलों ने अपनी तत्परता और साहस का परिचय दिया है। सुरक्षाबलों का कहना है कि वे किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं और नक्सलियों के खिलाफ यह अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक कि क्षेत्र पूरी तरह से सुरक्षित नहीं हो जाता।
स्थानीय लोगों ने सुरक्षाबलों की इस कार्रवाई की सराहना की है। लोगों का कहना है कि इस तरह के ऑपरेशन से नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शांति और सुरक्षा बनी रहती है। लोगों ने सुरक्षाबलों को धन्यवाद दिया और उनके साहस की प्रशंसा की।
सुरक्षाबलों ने स्पष्ट किया है कि वे नक्सलियों के खिलाफ अपनी कार्रवाई जारी रखेंगे और क्षेत्र में शांति बहाल करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। इस ऑपरेशन के दौरान सुरक्षाबलों को और भी नक्सली ठिकानों की जानकारी मिल रही है, जिसे देखते हुए सर्च ऑपरेशन को और भी विस्तृत किया जा रहा है।