Gurugram में सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए नगर निगम कमिश्नर नरहरि बांगड़ और यूएलबी के अतिरिक्त निदेशक वाईएस गुप्ता ने आज शहर की सफाई व्यवस्था का जायजा लिया। उन्होंने शहर के अलग-अलग पॉइंट्स पर पहुंचकर सफाई कर्मचारियों को दिशा-निर्देश दिए और सफाई व्यवस्था को और बेहतर बनाने पर जोर दिया।
गुरुग्राम के विभिन्न वार्डों से कूड़ा उठाने का जिम्मा एक सफाई कंपनी को दिया गया था, लेकिन कंपनी की ओर से कार्य को बेहतर तरीके से न करने के कारण उसका टेंडर रद्द कर दिया गया। इसके चलते गुरुग्राम की सफाई व्यवस्था चरमरा गई थी। इस समस्या को सुलझाने के लिए नगर निगम कमिश्नर ने आज शहर के विभिन्न इलाकों का दौरा किया और सफाई कर्मचारियों को निर्देशित किया।
नगर निगम कमिश्नर का निरीक्षण:
नगर निगम कमिश्नर नरहरि बांगड़ ने सफाई कर्मचारियों से मुलाकात की और उन्हें शहर की सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए मजबूत कदम उठाए जाएंगे और कूड़ा निस्तारण की प्रक्रिया को बेहतर बनाया जाएगा।
एक दिन पहले ही हरियाणा के मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद ने अधिकारियों के साथ बैठक की थी, जिसमें गुरुग्राम की सफाई व्यवस्था को लेकर चर्चा की गई थी। इस बैठक के बाद नगर निगम के अधिकारी हरकत में आ गए और सफाई व्यवस्था को सुधारने के लिए ठोस कदम उठाने का निर्णय लिया गया।
सफाई व्यवस्था में सुधार:
गुरुग्राम की सफाई व्यवस्था को सुधारने के लिए नगर निगम ने कई उपाय अपनाए हैं। सफाई कर्मचारियों को नियमित निरीक्षण और दिशा-निर्देश दिए जा रहे हैं ताकि सफाई व्यवस्था बेहतर बनी रहे। इसके अलावा, कूड़ा निस्तारण की प्रक्रिया को भी सुदृढ़ किया जा रहा है।
स्थानीय निवासियों ने नगर निगम कमिश्नर के इस कदम की सराहना की है और उम्मीद जताई है कि शहर की सफाई व्यवस्था में जल्द ही सुधार देखने को मिलेगा। लोगों का कहना है कि गुरुग्राम को स्वच्छ और सुंदर बनाए रखने के लिए प्रशासन के इस प्रयास की आवश्यकता थी।
इस घटना के बाद, यह स्पष्ट है कि नगर निगम को सफाई व्यवस्था को लेकर निरंतर निगरानी और सुधार की आवश्यकता है। सफाई कर्मचारियों को नियमित प्रशिक्षण और उचित संसाधन उपलब्ध कराए जाने चाहिए ताकि वे अपने कार्य को बेहतर तरीके से अंजाम दे सकें।