Bihar News: की भूख हड़तालखबर रोहतास जिला के डेहरी से है, जहां जल संसाधन विभाग में बिहार राज्य Irrigation Department मौसमी कर्मचारी संघ के तत्वाधान में लगातार भूख हड़ताल की जा रही है। मौसमी कर्मचारी संघ के सदस्य चरणबद्ध भूख हड़ताल पर बैठे हैं। इन कर्मचारियों का कहना है कि वर्ष 2022-23 में कार्यरत मौसमी कर्मचारियों को बिना किसी उचित सूचना के हटाया जा रहा है।
सरताज अंसारी का बयान
कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष सरताज अंसारी ने बताया कि सिंचाई विभाग अपने मौसमी कर्मचारियों का लगातार शोषण कर रहा है। बिना किसी पत्र व्यवहार के लगातार कर्मियों की छंटनी हो रही है, जबकि यही लोग हैं जो नहरों के अंतिम छोर तक पानी पहुंचाने का महत्वपूर्ण काम करते हैं। नियमत: 8 घंटे की ड्यूटी निर्धारित है, लेकिन खेती-बाड़ी के मौसम में इनसे 15 से 16 घंटे की ड्यूटी ली जाती है।
यहां हमारे व्हाट्सएप चैनल से जुड़ें
भूख हड़ताल की 16 सूत्री मांगें
कर्मचारी संघ ने अपनी 16 सूत्री मांगों को लेकर भूख हड़ताल शुरू की है। इन मांगों में नियमितीकरण, उचित वेतन वृद्धि, कार्य समय में सुधार, और अन्य श्रम अधिकार शामिल हैं। सरताज अंसारी ने यह भी कहा कि अगर उनकी मांगों पर जल्द विचार नहीं किया गया तो वे आत्मदाह करने को मजबूर हो सकते हैं।
कामकाज पर असर
इस भूख हड़ताल से जल संसाधन विभाग में कामकाज पर भी असर पड़ा है और पानी वितरण के कार्यों में रुकावट आई है। Irrigation Department के अधिकारी भी इस मुद्दे पर विचार-विमर्श कर रहे हैं, लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं निकला है। कर्मचारी संघ ने सरकार से अपील की है कि वे उनकी मांगों को गंभीरता से लें और जल्द से जल्द समाधान निकालें, ताकि कर्मचारी अपने काम पर वापस लौट सकें और विभागीय कार्य सही ढंग से चल सके।
सिंचाई विभाग में मौसमी कर्मचारियों की भूमिका
सिंचाई विभाग के मौसमी कर्मचारियों का योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण है। ये कर्मचारी नहरों के अंतिम छोर तक पानी पहुंचाने का काम करते हैं, जो कि खेती-बाड़ी के लिए आवश्यक है। बिना इन कर्मचारियों के, जल वितरण प्रणाली में कई प्रकार की समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं। इसलिए, इनके अधिकारों और मांगों को समझना और सम्मान करना आवश्यक है।
समस्याओं का समाधान
सरकार और संबंधित अधिकारियों को मौसमी कर्मचारियों की समस्याओं का जल्द समाधान निकालना चाहिए। यह भूख हड़ताल न केवल कर्मचारियों के लिए बल्कि पूरे Dehri क्षेत्र के किसानों और जल संसाधन विभाग के कामकाज के लिए भी हानिकारक साबित हो सकती है।
कर्मचारियों की मांगों का महत्व
कर्मचारियों की मांगों में नियमितीकरण और उचित वेतन वृद्धि शामिल हैं, जो कि उनके जीवन स्तर को सुधारने के लिए महत्वपूर्ण हैं। इसके अलावा, कार्य समय में सुधार और अन्य श्रम अधिकार भी उनकी मांगों का हिस्सा हैं। इन मांगों को पूरा करके, सरकार न केवल कर्मचारियों की समस्याओं को हल कर सकती है बल्कि जल संसाधन विभाग के कामकाज को भी सुधार सकती है।
निष्कर्ष
रोहतास के डेहरी में मौसमी कर्मचारियों की भूख हड़ताल एक गंभीर मुद्दा है, जिसे सरकार को प्राथमिकता के साथ सुलझाना चाहिए। इन कर्मचारियों की मांगें न केवल उनके जीवन को बेहतर बनाने के लिए बल्कि विभागीय कामकाज को भी प्रभावी ढंग से चलाने के लिए महत्वपूर्ण हैं। आइए हम सभी मिलकर इस मुद्दे का समाधान निकालने में सहयोग करें और कर्मचारियों के हक की लड़ाई को समर्थन दें।