Kathua Encounter: जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले के मचेड़ी इलाके में हुए आतंकी हमले में भारतीय सेना के 5 जवान शहीद हो गए हैं, जबकि 5 जवान घायल हो गए हैं। घायल जवानों को उपचार के लिए एयरलिफ्ट कर पठानकोट मिलिट्री हॉस्पिटल शिफ्ट किया गया है। इस हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद के ऑफशूट आतंकी संगठन कश्मीर टाइगर्स ने ली है।
सूत्रों के मुताबिक, आतंकियों ने इस हमले में अमेरिकी असॉल्ट राइफल M4 का इस्तेमाल किया। कठुआ का यह इलाका 90 के दशक में आतंकियों का गढ़ माना जाता था, लेकिन पिछले दो दशक में यहां आतंकी वारदातें थम गई थीं। आतंकियों ने एक बार फिर अपने पुराने रूट को इस्तेमाल करते हुए इस हमले को अंजाम दिया है।
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Kathua Encounter: सूत्रों की जानकारी के मुताबिक, इस आतंकी हमले को पाकिस्तानी आतंकियों ने अंजाम दिया है। यह हमला उसी 7 आतंकियों के ग्रुप का हिस्सा बताया जा रहा है, जिनमें से 3 आतंकी डोडा जिले के गंदोह इलाके में सुरक्षा बलों द्वारा ढेर किए जा चुके थे।
हमले के बाद इलाके में सुरक्षा बलों ने सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। सेना और स्थानीय पुलिस द्वारा इलाके को घेरकर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। इस हमले के बाद पूरे इलाके में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है और सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।
Kathua Encounter: जवानों की शहादत पर पूरे देश में शोक की लहर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शहीद जवानों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है और घायल जवानों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “हमारे बहादुर जवानों की शहादत को नमन करता हूँ। देश उनके इस बलिदान को कभी नहीं भूलेगा। सरकार हर संभव प्रयास करेगी कि इस हमले के दोषियों को कड़ी सजा दिलाई जा सके।”
Kathua Encounter: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, “सेना के जवानों की वीरता और साहस की हम सभी प्रशंसा करते हैं। इस हमले की निंदा करते हुए हम यह सुनिश्चित करेंगे कि ऐसे हमलों को अंजाम देने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। घायल जवानों को हर संभव चिकित्सा सहायता प्रदान की जाएगी।”
इस हमले ने एक बार फिर से जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति पर सवाल खड़े कर दिए हैं। सुरक्षा बलों ने इस हमले को गंभीरता से लेते हुए आतंकियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का संकल्प लिया है।
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