पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह ने किया खुलासा—- बताया क्यों छोड़ी भाजपा
बीरेन्द्र सिंह ने कहा हरियाणा के भाईचारे को खत्म करना चाहती है भाजपा।
हरियाणा में क्षेत्रीय पार्टी इनेलो, जेजेपी, बसपा का जनाधार शून्य—–बीरेन्द्र सिंह
बृजेंद्र सिंह अकेला सिटिंग एमपी जिसने बीजेपी छोड़ी—-बीरेंद्र सिंह
जींद से गुलशन चावला रिपोर्टर
Haryana News: कांग्रेस नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह ने जींद के उचाना हल्के में कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। कार्यकर्ताओं से विस्तार से चर्चा करने के साथ-साथ संगठन को मजबूत करने के लिए दिशा निर्देश दिए। इस अवसर पर बीरेंद्र सिंह ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए प्रदेश और केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा और हरियाणा में क्षेत्रीय पार्टियों इनेलो, जेजेपी, बसपा का जनाधार शून्य बताया।
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बीरेंद्र सिंह ने पिछले 5 साल में हरियाणा में जितने क्षेत्रीय दल थे, वे आज शून्य हो गए हैं। उनके साथ लोगों का वोट नहीं है चाहे वह जेजेपी हो, इनेलो हो या बीएसपी हो। भारतीय जनता पार्टी ने हरियाणा के लोगों के भाईचारे को आहत करने की कोशिश की है। इसका परिणाम यह है कि मैं खुद देखा है कि लोकसभा चुनावों में यह कहते थे कि एक जाति के लोग यह कर देंगे। हर जाति ने कांग्रेस के पक्ष में वोट किया है।
Haryana News: यह इसलिए किया है क्योंकि बीजेपी की सोच से हर आदमी यह समझता था कि कम से कम हमारे रहन-सहन को खराब ना करो, भाईचारे को खराब ना करें। इसका प्रभाव आपने देखा होगा। आने वाले चुनावों में इसका और बड़ा रूप देखने को मिलेगा।
Haryana News: के लोग भारतीय जनता पार्टी को यह संदेश देंगे कि अगर राजनीति करनी है तो भाईचारे की करो, राजनीति करनी है तो लोगों को जोड़ने की करो, लोगों को तोड़ने की ना करें। धर्म के नाम पर, जाति के नाम पर भारतीय जनता पार्टी ने हमारे साथ बहुत बड़ा पाप किया है।
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बीरेंद्र सिंह ने बीजेपी पार्टी को छोड़ने का खुलासा करते हुए कहा कि मेरे मन में इस बात की तकलीफ थी कि जो लोग जिनको हम चाचा, ताऊ, किसी भी जाति का हो, भाई, चाची-ताई बोलते हैं, उन्हीं को जाति-पाति में बांटने की कोशिश कर रहे हैं। मैं इस चीज को बर्दाश्त नहीं कर सका।
Haryana News: यही कारण है कि बृजेंद्र सिंह जो हिसार से सिटिंग MP थे, वह अकेला MP है जिसने यह फैसला लिया। मैं राजनीतिक सोच के हिसाब से बीजेपी के साथ नहीं रह सकता था। दुनिया बीजेपी में भाग रही थी, बीजेपी का राज आएगा।
यह अकेला पार्टी छोड़कर आया है विचारधारा के आधार पर। मैं इसलिए कहता हूं हरियाणा में यह बातें नहीं हैं। हमारे संस्कार ऐसे नहीं हैं, हमारे संस्कार में भाईचारा है, आपसी प्रेम है, यही हमारी ताकत है। वीओ- वोट लेने के लिए प्रजातंत्र में यह कभी नहीं चल सकता। इसीलिए यह परिणाम हुए। मैं आज भी कहता हूं, मैं शुरू से कह रहा हूं कि इस देश के मतदाता ने करवट लेना तो शुरू कर दिया था। सरकार के खिलाफ हैं, बीजेपी के खिलाफ हैं।
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