UP News: झुकी कमर, चेहरे पर झुर्रियां, और आंखों में आंसुओं का सैलाब लिए पास में बड़ा सा बैग रखा जिसमें गर्मी के कपड़े, सर्दी के गरम कपड़े, कंघा, बर्तन, पानी की बोतल, गिलास रखकर परिवार वाले बुढ़ी मां को दिबियापुर रोड (Dibiyapur Road) स्थित दर्शन महाविद्यालय (Darshan Mahavidyalaya) के बाहर सड़क किनारे बैठाकर पर चले गए। बूढ़ी मां की ऐसी स्थिति देखकर लोगों ने पुलिस (Police) को सूचना दी।
UP News: मौके पर पहुंची पीआरवी 112 (PRV 112) एवं कोतवाली पुलिस (Kotwali Police) ने जानकारी की तो लोगों ने बताया कि एक कार (Car) आकर रुकी और बूढ़ी मां को कार से उतारकर एवं बैग को भी पास में रखकर तेजी से भाग गए। बूढ़ी मां चलने एवं बोलने में असमर्थ थीं, जीभ भी लड़खड़ा रही थी, इसलिए नाम पता अथवा परिवार के बारे में जानकारी सही से नहीं दे पा रही थीं। पूछने पर वह स्पष्ट आवाज़ में कुछ बता नहीं पा रही थीं।
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पुलिस अधिकारियों ने बताया कि वह मामले की गहनता से जांच कर रहे हैं। आसपास के सीसीटीवी (CCTV) फुटेज खंगाले जा रहे हैं ताकि कार (Car) की पहचान की जा सके और परिवार वालों का पता लगाया जा सके। समाज के विभिन्न वर्गों से भी पुलिस (Police) ने अपील की है कि यदि किसी को भी इस घटना के बारे में कोई जानकारी हो तो तुरंत पुलिस (Police) को सूचित करें।
UP News: इस घटना ने समाज में बुजुर्गों के प्रति उपेक्षा (Neglect of Elderly) और असंवेदनशीलता की एक बार फिर से तस्वीर पेश की है। बुजुर्गों के प्रति संवेदनशीलता और उनका सम्मान समाज की जिम्मेदारी है और ऐसी घटनाएं इसे चोट पहुंचाती हैं।
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आगे की जांच के लिए पुलिस (Police) ने बूढ़ी मां के स्वास्थ्य की जांच भी कराई और यह सुनिश्चित किया कि उन्हें उचित देखभाल मिल रही है। इस घटना के बाद समाज के विभिन्न संगठनों ने भी बुजुर्गों के प्रति संवेदनशीलता (Sensitivity towards Elderly) बढ़ाने की अपील की है।
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