Jammu Kashmir के डोडा जिले में एक बार फिर आतंकी हमले की खबर आई है। इस बार आतंकियों ने स्कूल परिसर में बने सेना के शिविर पर गोलाबारी की है, जिससे दो जवान घायल हो गए हैं। यह हमला तब हुआ जब सैनिक अपनी ड्यूटी पर थे। फायरिंग अभी भी जारी है और सुरक्षा बल आतंकियों का मुकाबला कर रहे हैं।
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पिछले हमले:
यह हमला डोडा में 15 जुलाई को हुए आतंकी हमले के बाद हो रहा है, जिसमें पांच जवान शहीद हो गए थे। जम्मू रीजन में पिछले 84 दिनों में कुल 10 आतंकी हमले हुए हैं, जिनमें 12 जवान शहीद हो चुके हैं। यह घटनाएं क्षेत्र में बढ़ते आतंकवादी गतिविधियों की ओर संकेत करती हैं और सुरक्षा बलों के लिए गंभीर चुनौती बनी हुई हैं।
J&K वर्तमान स्थिति:
सेना और सुरक्षा बलों ने पूरे क्षेत्र को घेर लिया है और आतंकियों के खिलाफ अभियान जारी है। घायलों जवानों को तुरंत चिकित्सा सहायता के लिए अस्पताल भेजा गया है और उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। सुरक्षाबलों की ओर से आतंकियों को पकड़ने के लिए सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
स्थानीय प्रतिक्रिया:
डोडा और आसपास के इलाकों में इस हमले के बाद से तनाव का माहौल है। स्थानीय लोगों में भय और असुरक्षा की भावना बढ़ गई है। क्षेत्र के लोग सुरक्षा बलों से उम्मीद कर रहे हैं कि वे जल्द ही इस स्थिति पर काबू पाएंगे और शांति बहाल करेंगे।
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J&K प्रशासनिक कार्रवाई:
सरकार और प्रशासन ने इस हमले की कड़ी निंदा की है और कहा है कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जाएगी। अधिकारियों ने सुरक्षा बलों के साथ मिलकर इस घटना की जांच शुरू कर दी है और आतंकियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।
निष्कर्ष:
J&K इस हमले ने एक बार फिर से जम्मू और कश्मीर में आतंकवाद की गंभीरता को उजागर किया है। सुरक्षा बलों की सतर्कता और तेजी से की गई कार्रवाई के बावजूद, आतंकवादियों के हौसले बुलंद हैं। यह घटनाएं यह दर्शाती हैं कि क्षेत्र में शांति और सुरक्षा स्थापित करने के लिए लगातार प्रयासों की आवश्यकता है।
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