Chhattisgarh News: जांजगीर-चांपा जिले के ग्राम खोखसा में भ्रष्टाचार की शिकायतों पर प्रशासन ने आखिरकार संज्ञान लिया है। ग्रामीणों की शिकायतों पर कार्रवाई करते हुए जांच अधिकारी गांव पहुंचे और 24 घंटे के भीतर आवश्यक दस्तावेज जमा करने के निर्देश दिए। केंद्र और राज्य सरकार के ग्रामीण विकास योजनाओं में भ्रष्टाचार की शिकायतों के बाद प्रशासन ने पांच सदस्यीय टीम का गठन किया, जिसमें दो तहसीलदार, जनपद सीईओ, एसडीओ और उप अभियंता शामिल थे।
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भौतिक सत्यापन और अनियमितताएं
Chhattisgarh News: जांच टीम ने गांव में पहुंचकर शिकायतकर्ता की उपस्थिति में भौतिक सत्यापन किया। ग्रामीणों ने पंचायत में हो रहे विभिन्न अनियमितताओं की शिकायत की थी, जिसमें स्कूल मरम्मत, सीसी रोड, नाली निर्माण, हैंडपंप खनन आदि शामिल थे। जांच के दौरान प्रथम दृष्टि में कई अनियमितताएं पाई गईं।
दस्तावेज जमा करने के निर्देश
जांच अधिकारी ने ग्राम सरपंच विनोद राज और सचिव भजनलाल महिलांगे को नक्शा, खसरा, ईस्टीमेट प्रस्ताव सहित अन्य आवश्यक दस्तावेज 24 घंटे के भीतर प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। ग्रामीणों ने लंबे समय से पंचायत में हो रहे भ्रष्टाचार और अनियमितताओं की शिकायतें की थीं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही थी। अब प्रशासन की सक्रियता से ग्रामीणों में उम्मीद जगी है कि निष्पक्ष जांच के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
प्रशासन का आश्वासन
जांच अधिकारी ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया है कि सभी शिकायतों की निष्पक्ष जांच की जाएगी और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ विधिवत कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन की इस कार्रवाई से ग्रामीण विकास योजनाओं में पारदर्शिता और जिम्मेदारी सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई
यह कदम भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रशासन की तत्परता को दर्शाता है और उम्मीद है कि इससे ग्रामीण विकास योजनाओं में पारदर्शिता बढ़ेगी। ग्रामीणों को अब प्रशासन से न्याय की उम्मीद है और वे चाहते हैं कि दोषियों को सख्त सजा दी जाए ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाएं न हों।