Raipur में एक अजीबोगरीब ऑनलाइन ठगी का मामला सामने आया है, जहाँ एक महिला से मुर्गे के नाम पर 1 लाख 35 हजार रुपये की ठगी की गई है। यह घटना रायपुर में घटी, जहाँ ओडिशा की एक महिला ने अपने मुर्गी फॉर्म के लिए मुर्गे खरीदने के चक्कर में ठगी का शिकार हो गई।
पीड़ित महिला, बबिता बिरुआ, ओडिशा की निवासी हैं और वहाँ उनका एक मुर्गी फॉर्म है। बबिता ने ज़ी मीडिया को बताया कि वह दूसरे राज्यों से मुर्गे खरीदकर बेचने का काम करती हैं। ऑनलाइन सर्च के दौरान उन्हें रायपुर की दौलत हैचरी के बारे में जानकारी मिली। उन्होंने हैचरी से संपर्क किया और उन्हें बताया गया कि पहले एडवांस पेमेंट करना होगा और एक माह बाद मुर्गे उपलब्ध होंगे।
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बबिता ने 2 हजार मुर्गों के लिए 30 प्रतिशत एडवांस के रूप में 1 लाख 35 हजार रुपये दिए। एक माह इंतजार करने के बाद जब उन्होंने लगातार कॉल किया तो कोई रिस्पांस नहीं मिला और उन्हें टालमटोल किया गया। बबिता ने गूगल मैप पर हैचरी के दिए पते पर विजिट करने का निर्णय लिया और रायपुर पहुंचीं। लेकिन गूगल मैप पर दिखाए गए स्थानों पर ऐसा कोई मुर्गी फॉर्म नहीं मिला।
अपने पैसे वापस न मिलने और ठगी का अहसास होने पर बबिता ने रायपुर के सिविल लाइन साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराने का प्रयास किया। लेकिन रायपुर पुलिस ने यह कहकर शिकायत लेने से इनकार कर दिया कि यह मामला ओडिशा का है और उन्हें ओडिशा में ही शिकायत दर्ज करानी होगी।
जब इस संबंध में रायपुर पुलिस से संपर्क किया गया, तो अधिकारियों ने जानकारी न होने की बात कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया। इस घटना के बाद बबिता ने अपनी आपबीती ज़ी मीडिया के साथ साझा की और बताया कि कैसे वह ठगी का शिकार हो गईं।
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बबिता बिरुआ ने बताया कि वह ओडिशा के मूल निवासी हैं और वहाँ उनका मुर्गी फॉर्म है। उन्होंने दूसरे राज्यों से मुर्गे खरीदकर बेचने का काम करती हैं। उन्हें ऑनलाइन सर्च के दौरान रायपुर की दौलत हैचरी के बारे में जानकारी मिली थी और उनसे संपर्क करने पर पहले एडवांस पेमेंट की मांग की गई थी।
बबिता ने बताया कि उन्होंने 2 हजार मुर्गों के लिए 30 प्रतिशत एडवांस के रूप में 1 लाख 35 हजार रुपये दिए। एक माह इंतजार करने के बाद जब उन्होंने लगातार कॉल किया, तो कोई रिस्पांस नहीं मिला और उन्हें टालमटोल किया गया। उन्होंने गूगल मैप पर हैचरी के दिए पते पर विजिट करने का निर्णय लिया और रायपुर पहुंचीं। लेकिन गूगल मैप पर दिखाए गए स्थानों पर ऐसा कोई मुर्गी फॉर्म नहीं मिला।
अपने पैसे वापस न मिलने और ठगी का अहसास होने पर बबिता ने रायपुर के सिविल लाइन साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराने का प्रयास किया। लेकिन रायपुर पुलिस ने यह कहकर शिकायत लेने से इनकार कर दिया कि यह मामला ओडिशा का है और उन्हें ओडिशा में ही शिकायत दर्ज करानी होगी।
इस घटना के बाद बबिता बिरुआ ने अपनी आपबीती ज़ी मीडिया के साथ साझा की और बताया कि कैसे वह ठगी का शिकार हो गईं। उन्होंने बताया कि वह ओडिशा के मूल निवासी हैं और वहाँ उनका मुर्गी फॉर्म है।
बबिता ने बताया कि उन्होंने 2 हजार मुर्गों के लिए 30 प्रतिशत एडवांस के रूप में 1 लाख 35 हजार रुपये दिए। एक माह इंतजार करने के बाद जब उन्होंने लगातार कॉल किया, तो कोई रिस्पांस नहीं मिला और उन्हें टालमटोल किया गया।
Raipur: उन्होंने गूगल मैप पर हैचरी के दिए पते पर विजिट करने का निर्णय लिया और रायपुर पहुंचीं। लेकिन गूगल मैप पर दिखाए गए स्थानों पर ऐसा कोई मुर्गी फॉर्म नहीं मिला।
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