Chhattisgarh News: सरगुजा जिले में education system के हालात बेहद चिंताजनक हैं। प्राइमरी स्कूल से लेकर मिडिल स्कूल तक शिक्षकों की अनुपस्थिति आम बात हो गई है, जिससे आने वाले भविष्य की कल्पना करना मुश्किल हो गया है। उदयपुर विकास खंड के तिलहरडुगू प्राथमिक शाला का संचालन भगवान भरोसे चल रहा है। यहां शिक्षक अक्सर अनुपस्थित रहते हैं, जिसके कारण स्कूल के स्वीपर और रसोईया ने खुद को इस स्थिति के अनुसार ढाल लिया है और बच्चों को किसी तरह से पढ़ाने का काम कर रहे हैं।
यहां हमारे व्हाट्सएप चैनल से जुड़ें
Chhattisgarh News: जब इस समस्या की जानकारी जिला शिक्षा अधिकारी को मिली, तो उन्होंने तत्काल प्रभाव से संकुल प्रभारी और तिलहरडुगू के शिक्षक को निलंबित कर दिया। साथ ही, इस प्राथमिक शाला में नए शिक्षकों की appointment भी कर दी गई है। यह कदम शिक्षा व्यवस्था को सुधारने की दिशा में उठाया गया है, लेकिन यह सवाल उठता है कि क्या यह पर्याप्त है।
Chhattisgarh News: सरकार शिक्षा व्यवस्था को लेकर भले ही करोड़ों रुपये खर्च कर रही हो, लेकिन जमीनी स्तर पर स्थिति निराशाजनक बनी हुई है। शिक्षा की इस स्थिति के कारण बच्चों का भविष्य अंधकारमय हो रहा है। यह स्थिति केवल तिलहरडुगू प्राथमिक शाला की नहीं है, बल्कि सरगुजा जिले के कई अन्य स्कूलों में भी यही हाल है।
Chhattisgarh News: सरकार को इस समस्या के स्थायी समाधान के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है। अगर प्रशासन ने अब भी ध्यान नहीं दिया, तो आने वाले समय में यह समस्या और गंभीर हो सकती है।
Chhattisgarh News: Quality Education में सुधार लाने के लिए सरकार को न केवल शिक्षकों की उपस्थिति सुनिश्चित करनी होगी, बल्कि शिक्षा की गुणवत्ता में भी सुधार करना होगा। यह जरूरी है कि हर बच्चे को समान और गुणवत्ता युक्त शिक्षा मिले, जिससे उनका भविष्य उज्ज्वल हो सके।