मुंगेली जिले के चिल्फी थाना में धान खरीदी केंद्र अख़रार में 39 लाख रुपये के धान गबन के मामले में धान खरीदी प्रभारी और कंप्यूटर ऑपरेटर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। धोखाधड़ी और गबन के इन गंभीर आरोपों के चलते प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई की है।
ARCS हितेश कुमार श्रीवास ने बताया कि भौतिक सत्यापन के दौरान 1268 क्विंटल धान की कमी पाई गई। इस गबन का खुलासा होते ही पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए अपराध दर्ज किया।
मुंगेली जिले के 77 उपार्जन केंद्रों में करीब 90 हजार क्विंटल धान का अब तक उठाव नहीं हो सका है, जिससे यह सवाल उठता है कि धान उठाव का जिम्मा संभालने वाले अफसरों और मिलर्स पर कब कार्रवाई होगी। धान खरीदी में हुई इस गड़बड़ी ने प्रशासन और किसानों के बीच विश्वास को हिला कर रख दिया है। किसानों ने प्रशासन से इस मामले में सख्त कार्रवाई की मांग की है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो सके।
हितेश कुमार श्रीवास ने बताया, “इस घोटाले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल कार्रवाई की गई है। दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे और जांच प्रक्रिया को तेजी से आगे बढ़ाया जाएगा।” उन्होंने आश्वासन दिया कि प्रशासन इस मामले को लेकर पूरी तरह सजग है और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
इस घटना के बाद जिले में धान खरीदी प्रक्रिया पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। प्रशासन ने सभी उपार्जन केंद्रों पर सख्त नियम और दिशानिर्देश लागू किए हैं ताकि भविष्य में ऐसी धोखाधड़ी और गबन की घटनाओं को रोका जा सके।