Crypto Hacks Surge: भारत के सबसे बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज पर हैकर अटैक, $230 मिलियन की चोरी

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Crypto Hacks Surge: 2024 के पहले सात महीनों में क्रिप्टो हैक्स में जबरदस्त उछाल आया है, और चुराई गई रकम $1.6 बिलियन तक पहुंच गई है। ब्लॉकचेन एनालिटिक्स फर्म Chainalysis के मुताबिक, हैक्स की संख्या में मामूली बढ़ोतरी हुई है—145 से 149 तक—लेकिन चुराई गई रकम में बेतहाशा इजाफा देखा गया है, जिसकी वजह है डिजिटल एसेट्स की बढ़ती कीमतें।

बिटकॉइन पर बड़ा अटैक: चुराए गए फंड्स का 40% हिस्सा

बिटकॉइन, जिसने मार्च 2024 में लगभग $74,000 की रिकॉर्ड ऊंचाई छुई, इस साल चुराई गई कुल रकम का 40% हिस्सा है। इस साल बिटकॉइन की कीमत 38% बढ़ी है, जिससे चुराई गई क्रिप्टोकरेंसी की कुल वैल्यू में भी बड़ा इजाफा हुआ है।

क्रिप्टो चोरी बढ़ने से सिक्योरिटी पर सवाल

2022 में रिकॉर्ड $3.7 बिलियन की क्रिप्टो चोरी के बाद, 2023 में यह रकम घटकर $1.7 बिलियन रह गई थी। लेकिन इस साल फिर से चोरी की घटनाओं में इजाफा हुआ है, जिससे क्रिप्टो एक्सचेंज और प्लेटफार्म्स की सिक्योरिटी पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। एशिया-पैसिफिक रीजन खासतौर पर निशाने पर रहा है, जहां DMM Bitcoin और WazirX जैसे बड़े एक्सचेंजों को भारी नुकसान हुआ है।

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हैकर्स की बढ़ती चालाकी

इन घटनाओं से ये भी साफ हो गया है कि हैकिंग ग्रुप्स, जिनमें नॉर्थ कोरिया से जुड़े ग्रुप्स भी शामिल हैं, अब पहले से ज्यादा सोफिस्टिकेटेड हो गए हैं। ये हैकर्स अब सोशल इंजीनियरिंग जैसी टेक्निक्स का यूज कर रहे हैं, जिससे वे क्रिप्टो प्लेटफार्म्स तक पहुंच बना रहे हैं। ये सिर्फ टेक्निकल कमजोरियों का फायदा नहीं उठा रहे, बल्कि लोगों की मानसिकता को भी अपने फायदे के लिए यूज कर रहे हैं।

भारत का सबसे बड़ा क्रिप्टो एक्सचेंज भी बना शिकार

भारत के सबसे बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज पर भी जुलाई की शुरुआत में एक बड़ा हैकर अटैक हुआ। इस अटैक में कंपनी ने $230 मिलियन की क्रिप्टोकरेंसी खो दी, जो उसके कुल रिजर्व का लगभग आधा हिस्सा था। ये दिखाता है कि चाहे बड़ा एक्सचेंज हो या छोटा, कोई भी हैकर्स के निशाने से बाहर नहीं है।

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क्रिप्टो की सिक्योरिटी पर बढ़ती चिंता

2024 की इन चोरी की घटनाओं ने क्रिप्टोकरेंसी की सिक्योरिटी को लेकर सीरियस सवाल खड़े कर दिए हैं। ये साफ है कि जैसे-जैसे डिजिटल एसेट्स की कीमतें बढ़ रही हैं, वैसे-वैसे हैकर्स के इरादे भी मजबूत हो रहे हैं। क्रिप्टो एक्सचेंज और प्लेटफार्म्स को अब ज्यादा सतर्क रहना होगा और अपनी सिक्योरिटी को और मजबूत करना होगा।

सिक्योरिटी पर खास ध्यान देने की जरूरत

क्रिप्टो हैक्स के इस बढ़ते खतरे से निपटने के लिए अब समय आ गया है कि क्रिप्टो इंडस्ट्री अपने सिक्योरिटी स्टैंडर्ड्स को और सख्त करे। निवेशकों को भी अलर्ट रहना चाहिए और सिर्फ उन्हीं प्लेटफार्म्स पर निवेश करना चाहिए, जिनकी सिक्योरिटी मजबूत हो। इस डिजिटल दौर में, सिक्योरिटी में लापरवाही का मतलब हो सकता है कि आपकी मेहनत की कमाई एक झटके में गायब हो जाए। इसलिए, क्रिप्टो इंडस्ट्री के सभी स्टेकहोल्डर्स को मिलकर इस चैलेंज का सामना करना होगा और सिक्योरिटी पर खास ध्यान देना होगा।

क्रिप्टो की दुनिया में अब ये जरूरी है कि जितनी तेजी से कीमतें बढ़ रही हैं, उतनी ही तेजी से सिक्योरिटी को भी बढ़ाया जाए। वरना, निवेशकों का भरोसा टूट सकता है, और ये पूरी इंडस्ट्री के लिए एक बड़ा झटका साबित हो सकता है।

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