History of Currency: ‘इस खेल में पैसा ही राजा है’ बार्टर से बिटकॉइन(BTC) तक का सफर

History of Currency: जब बात पैसे की होती है, तो हम सबके कान खड़े हो जाते हैं। लेकिन कभी आपने सोचा है कि ये पैसा आखिर आया कहाँ से? इस सफर की कहानी बड़ी दिलचस्प है, जो बार्टर सिस्टम से शुरू होकर बिटकॉइन (Bitcoin) तक पहुँचती है। इस सफर में कई ऐसी बातें हैं, जो आपको हैरान कर देंगी। तो चलिए, इस सफर की शुरुआत करते हैं और जानते हैं कैसे हमारा पैसा समय के साथ बदलता गया।

बार्टर सिस्टम: जब लेन-देन था सीधा, मगर खेल था टेढ़ा

पुराने समय की बात है, जब लोग ‘पैसे’ के बारे में नहीं जानते थे। तब लोग सीधे सामानों की अदला-बदली करते थे, जिसे हम बार्टर सिस्टम कहते हैं। मतलब, अगर आपके पास गेहूं है और आपको फल चाहिए, तो आप किसी ऐसे व्यक्ति से सौदा करेंगे जिसके पास फल हो और उसे गेहूं की जरूरत हो।

लेकिन, बार्टर सिस्टम जितना सीधा लगता है, उतना आसान नहीं था। इसमें कई दिक्कतें थीं:

  • इच्छाओं का मेल: इसमें सबसे बड़ी समस्या यह थी कि दोनों पक्षों की चाहतों का मेल बैठना जरूरी था। अगर आपको सेब चाहिए और सामने वाले के पास संतरे हैं, तो आपका सौदा नहीं हो पाएगा। यह ऐसा था जैसे किसी मेले में बिना पैसे कुछ खरीदने की कोशिश करना – अगर दोनों की चाहतें नहीं मिलतीं, तो बस मेला खत्म!
  • मूल्य का झंझट: यह तय करना कि कितने गेहूं के बदले कितने फल मिलेंगे, किसी सरदर्द से कम नहीं था। ‘ये दिल मांगे मोर’ वाली बात यहाँ बिलकुल फिट बैठती थी। हर कोई अपने सामान का ज्यादा से ज्यादा मूल्य चाहता था, और इस वजह से सौदा करना मुश्किल हो जाता था।
  • ढोने की दिक्कत: और हाँ, भारी-भरकम सामान को उठाकर इधर-उधर ले जाना भी आसान नहीं था। आज की तरह जेब में नोट या मोबाइल में डिजिटल वॉलेट (Digital Wallet) रखने का तो सवाल ही नहीं था।

आधुनिक पैसे की शुरुआत: जब सिक्कों से नोट तक पहुँची बात

समय के साथ, लोगों को समझ में आया कि बार्टर सिस्टम से बात नहीं बनेगी। इस समस्या का समाधान निकालने के लिए नए-नए तरीके इजाद किए गए:

  • 110 ई.पू.: चीन में सबसे पहले सिक्कों का चलन शुरू हुआ। इसने पूरे व्यापारिक जगत में धूम मचा दी। अब लोग अपने सामान का मूल्य तय कर सकते थे और एक समान मुद्रा का उपयोग कर सकते थे। इससे व्यापार करना आसान हो गया और यह तरीका जल्दी ही दुनिया में फैल गया।
  • 1250 ई.: यूरोप में सोने से बने फ़्लोरिन्स का चलन शुरू हुआ। सोने की चमक ने लोगों को दीवाना बना दिया, और यह मुद्रा हर जगह लोकप्रिय हो गई। यह एक नया दौर था, जब लोग अपने धन को एक नई पहचान दे रहे थे।
  • 1600-1900: कागजी मुद्रा का दौर शुरू हुआ और यह धीरे-धीरे पूरी दुनिया में फैल गया। कागजी मुद्रा ने व्यापार को और भी सरल बना दिया। अब लोगों को भारी सिक्के ढोने की जरूरत नहीं थी, और ‘पैसा बोलता है’ वाली कहावत यहीं से मशहूर हुई।

कागज़ से डिजिटल तक: पैसे ने भी बदला रंग, जमाना भी आया संग

जैसे-जैसे वक्त बदला, पैसे के रूप भी बदलते गए। आज की दुनिया में कागजी नोट, सिक्के, क्रेडिट कार्ड, और डिजिटल वॉलेट (Digital Wallet) जैसे PayPal और Apple Pay का जमाना है। सब कुछ बैंकों और सरकार के नियंत्रण में है। लेकिन, ये केंद्रीकरण कभी-कभी परेशानी भी बन जाता है। अगर बैंक का सिस्टम बैठ गया, तो आपका पैसा भी अटक सकता है।

यहां हमारे व्हाट्सएप चैनल से जुड़ें

क्रिप्टोकरेंसी: पैसा, जो आज़ाद है बैंकों के बंधन से

अब बारी आती है क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) की। यह एक डिजिटल मुद्रा है, जो क्रिप्टोग्राफी (Cryptography) का इस्तेमाल करती है। आपने बिटकॉइन (Bitcoin), लाइटकॉइन (Litecoin), एथेरियम (Ethereum) जैसे नाम जरूर सुने होंगे।

क्रिप्टोकरेंसी की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह पूरी तरह से विकेंद्रीकृत होती है, यानी इसका नियंत्रण किसी बैंक या सरकार के हाथों में नहीं होता। आप जब चाहें, जहाँ चाहें, जितना चाहें, ट्रांसफर कर सकते हैं। न कोई लिमिट, न कोई रोक-टोक। और सबसे बड़ी बात, इसे हैक करना लगभग नामुमकिन है, जिससे आपका पैसा सुरक्षित रहता है।

यहां हमारे ट्विटर से जुड़ें

आने वाला कल: क्रिप्टोकरेंसी से बदल जाएगी पैसों की दुनिया

जो वक्त के साथ नहीं बदलता, वो पीछे छूट जाता है। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि 2030 तक दुनिया की 25% मुद्राएँ क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) में बदल सकती हैं। यह एक नई वित्तीय क्रांति होगी, जो पूरी दुनिया के वित्तीय ढांचे को बदल कर रख देगी। लेकिन ध्यान रहे, यह खेल थोड़ा रिस्की भी है। बड़े-बड़े खिलाड़ी भी यहाँ फिसल सकते हैं।

पैसे की कहानी में छुपे हैं बड़े काम के सबक

तो दोस्तों, इस पूरी यात्रा से हमें यही सीख मिलती है कि पैसा हमेशा बदलता रहा है, और हमें भी वक्त के साथ बदलना चाहिए।

वक़्त से तेज़ कोई नहीं भाग सकता, जो इसके साथ चलेगा वही बाज़ी मारेगा”

अब यह आप पर है कि आप इस खेल में कैसे अपनी चाल चलना चाहते हैं। अगर आप क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) की दुनिया में कदम रखना चाहते हैं, तो पहले इसे अच्छे से समझिए, फिर ही कोई निर्णय लीजिए। और हाँ, इस जानकारी को अपने दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर करें, ताकि वे भी इस सफर का हिस्सा बन सकें!

और पढ़ें

Share This Article
Exit mobile version