Weekly Updates: क्रिप्टो की दुनिया में हर दिन कुछ नया होता है, और इस हफ्ते भी कुछ ऐसा ही हुआ। ऐसी घटनाएं सामने आईं, जिनसे न सिर्फ क्रिप्टो मार्केट हिला, बल्कि इन्वेस्टर्स की धड़कनें भी तेज़ हो गईं। अगर आप इस रोमांचक सफर का हिस्सा बनना चाहते हैं, तो इस आर्टिकल को ज़रूर पढ़ें। हमने आपके लिए इस हफ्ते की सबसे बड़ी खबरें और उनकी पूरी जानकारी दी है।
Ripple पर मुसीबत: SEC फिर से मैदान में, क्या फैसला बदल सकता है?
Ripple को हाल ही में SEC के खिलाफ एक पार्टियल जीत मिली थी, लेकिन अब ये जीत खतरे में नजर आ रही है। जज अनालीसा टॉरेस (Analisa Torres) ने Ripple के पक्ष में फैसला सुनाया था, जिसमें उन्होंने सेकेंडरी ट्रांजेक्शन्स को सिक्योरिटी की कैटेगरी से बाहर रखा था। लेकिन Better Markets के CEO डेनिस केलेहर (Dennis Kelleher) के मुताबिक, SEC की अपील में 90% जीतने की संभावना है। अगर SEC अपील में जीत जाती है, तो Ripple की लीगल जीत खत्म हो जाएगी और साथ ही अमेरिका में क्रिप्टो रेगुलेशन भी हिल जाएगा। केलेहर का कहना है कि जज टॉरेस ने पुराने लीगल रूल्स को तोड़ दिया है, जो अपील में बड़ा मुद्दा बन सकता है। अगर अपील में Ripple हार जाती है, तो इसका सीधा असर क्रिप्टो इंडस्ट्री पर पड़ेगा, जिससे इसका बिजनेस मॉडल भी खतरे में पड़ सकता है।
Bitcoin की मिस्ट्री: FBI की नई स्टेटमेंट ने बढ़ाई जिज्ञासा
Bitcoin के निर्माता सतोशी नाकामोटो (Satoshi Nakamoto) को लेकर हमेशा से एक रहस्य रहा है, और इस हफ्ते FBI ने इसे और भी गहरा कर दिया। एक FOIA अनुरोध के जवाब में, FBI ने न तो नाकामोटो के बारे में डॉक्युमेंट्स की मौजूदगी की पुष्टि की और न ही उसे नकारा। लेकिन उन्होंने यह जरूर कहा कि सतोशी (Satoshi) एक या अधिक व्यक्ति हो सकते हैं। इससे न केवल Bitcoin कम्युनिटी में हलचल मच गई, बल्कि सतोशी (Satoshi) की पहचान को लेकर नई अटकलें भी शुरू हो गईं। कुछ थ्योरीज़ के मुताबिक, इसमें CIA जैसी एजेंसियों का भी हाथ हो सकता है। यह मिस्ट्री Bitcoin की ओर अट्रैक्शन बढ़ा रही है और इसे एक मायावी और रहस्यमय क्रिप्टोकरेंसी बना रही है।
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BlackRock का Ethereum ETF धमाल मचा रहा है, बिलियन डॉलर के करीब
BlackRock का iShares Ethereum Trust (ETHA), जो 23 जुलाई 2024 को लॉन्च हुआ था, एक बिलियन डॉलर की इनफ्लो तक पहुंचने के करीब है, और अब तक 901 मिलियन डॉलर का आंकड़ा पार कर चुका है। यह तेज़ी से सक्सेसफुल हो रहा है और Ethereum ETF के मैनेजमेंट में BlackRock को सबसे आगे ला रहा है, जिसने Fidelity, Bitwise, और Grayscale जैसे दिग्गजों को भी पीछे छोड़ दिया है। ETHA ने इन्वेस्टर्स को पारंपरिक ब्रोकरेज अकाउंट्स के माध्यम से सीधे ईथर (Ether) एक्सपोज़र प्रदान कर आकर्षित किया है, जिससे क्रिप्टो में इन्वेस्ट करना आसान हो गया है। हालांकि, इस सक्सेस के बावजूद, ईथर (Ether) की कीमत स्थिर नहीं है और 2,800 से 3,400 डॉलर के बीच घूम रही है। लेकिन फिर भी, ईथर (Ether) के ट्रेडिंग वॉल्यूम में रुचि बढ़ रही है, जो मीडियम टर्म में रिकवरी का संकेत हो सकता है।
Bitcoin vs. IMF: कार्बन एमिशन पर भिड़ंत
IMF ने हाल ही में एक रिपोर्ट जारी की जिसमें Bitcoin की एनवायरनमेंटल इम्पैक्ट को लेकर गंभीर आरोप लगाए गए। IMF का कहना है कि Bitcoin का माइनिंग ग्लोबल कार्बन एमिशन में काफी योगदान कर रहा है। इस पर Bitcoin के कट्टर समर्थक डेनियल बैटन (Daniel Batten) ने जोरदार प्रतिक्रिया दी और IMF की रिपोर्ट को पुरानी जानकारी और गलत तुलना पर आधारित बताया। बैटन का दावा है कि Bitcoin माइनिंग न केवल कार्बन एमिशन को बढ़ा रही है, बल्कि यह एनर्जी सेक्टर में इनोवेशन को भी प्रेरित कर सकती है। बैटन का मानना है कि Bitcoin माइनिंग से एनर्जी सरप्लस का उपयोग कर डिकार्बनाइजेशन को बढ़ावा दिया जा सकता है।
Solana पर विवाद: पोंजी स्कीम के आरोपों से घिरा
“Ethereum किलर” के नाम से मशहूर Solana अब एक बड़े विवाद के केंद्र में है। इसे एक छिपी हुई पोंजी स्कीम का हिस्सा माना जा रहा है, और इसके विकेंद्रीकरण में छेड़छाड़ के आरोप भी लगे हैं। Solana पर 85% ट्रांजेक्शन्स वोटिंग ट्रांजेक्शन्स होते हैं, जो सबसे पावरफुल वेलिडेटर्स को फायदा पहुंचाते हैं, जिससे नए प्रवेशकों के लिए मुश्किलें खड़ी होती हैं। यह स्थिति एक पिरामिड स्कीम की तरह दिखती है, जहां नए वेलिडेटर्स को सिस्टम में बने रहने के लिए लगातार फंड्स डालने पड़ते हैं, जिससे मुख्य रूप से पहले से स्थापित वेलिडेटर्स को फायदा होता है। इसके साथ ही, Solana को गंभीर टेक्निकल प्रॉब्लम्स का सामना करना पड़ रहा है, कुछ प्रोटोकॉल्स पर ट्रांजेक्शन फेल्योर रेट 83% तक पहुंच गई है, जिससे यूज़र्स को हजारों यूरो का नुकसान हो रहा है।
सोना और चांदी की चमक के आगे क्रिप्टो का मंदा बाज़ार
जहां फाइनेंशियल मार्केट्स गिरावट का सामना कर रहे हैं, वहीं कीमती धातुएं, खासकर सोना और चांदी, तेज़ी से बढ़ रहे हैं, जिससे इन्वेस्टर्स को सुरक्षा की तलाश में उनकी ओर रुख करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। सोना $2,496.30 तक पहुंच गया है और चांदी $28.525 तक बढ़ गई है, जो पॉजिटिव इकोनॉमिक संकेतकों और भू-राजनीतिक तनावों से प्रेरित है। इसके विपरीत, क्रिप्टो मार्केट में भारी गिरावट देखी जा रही है, Bitcoin और Ethereum जैसे दिग्गजों पर 25% की गिरावट आई है। इस स्थिति ने इन्वेस्टर्स को सोने और चांदी की ओर मोड़ दिया है, जिन्हें अनिश्चितता के समय में सुरक्षित आश्रय के रूप में देखा जा रहा है। इस समय में कीमती धातुओं की स्थिरता और सुरक्षा क्रिप्टो की अनिश्चितता के मुकाबले अधिक अट्रैक्टिव लग रही है, जो इकोनॉमिक अनिश्चितता के दौर में उनके महत्व को और भी बढ़ा रही है।