फर्जी आधार कार्ड: संसद भवन में फर्जी आधार कार्ड के जरिए एंट्री करने की कोशिश नाकाम कर दी गई है। इस घटना में CISF ने अपनी सतर्कता का परिचय देते हुए तीन मजदूरों को पकड़ा है। घटना संसद भवन के गेट नंबर 3 पर हुई, जहां कासिम, मोनिस, और शोएब नाम के तीन आरोपी फर्जी आधार कार्ड दिखाकर संसद भवन में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे। CISF के जवानों ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए इन्हें पकड़ा और पुलिस के हवाले कर दिया।
बताया जा रहा है कि तीनों मजदूर किसी बड़े षड्यंत्र का हिस्सा हो सकते हैं। पुलिस ने तीनों को तुरंत गिरफ्तार कर लिया और उन्हें पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया गया है। पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियां इस बात की गहन जांच कर रही हैं कि इन मजदूरों के पीछे कौन लोग हैं और उनका असली मकसद क्या था। इसके अलावा, फर्जी आधार कार्ड कैसे बनाए गए और किसने इन्हें उपलब्ध कराया, इस पर भी जांच जारी है।
संसद भवन की सुरक्षा बहुत सख्त होती है और ऐसे में फर्जी दस्तावेजों के जरिए प्रवेश की कोशिशें सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक बड़ी चुनौती बन जाती हैं। यह घटना संसद भवन की सुरक्षा पर सवाल उठाती है और यह दर्शाती है कि सुरक्षा में किसी भी प्रकार की चूक नहीं होनी चाहिए। CISF के जवानों ने इस बार भी अपनी सतर्कता का परिचय देते हुए इस प्रयास को नाकाम किया है।
कासिम, मोनिस, और शोएब के पकड़े जाने के बाद पुलिस ने बताया कि इन्हें दिल्ली के विभिन्न इलाकों से पकड़ा गया था। फर्जी आधार कार्ड के साथ संसद भवन में घुसने की कोशिश करने की यह घटना सुरक्षा एजेंसियों को और भी सतर्क कर चुकी है। पुलिस के अनुसार, ये मजदूर किसी गहरे षड्यंत्र का हिस्सा हो सकते हैं और इस बात की जांच की जा रही है कि इन्हें किसने और क्यों भेजा।
इस घटना के बाद संसद भवन की सुरक्षा और भी कड़ी कर दी गई है और सभी प्रवेश द्वारों पर जांच को और भी सख्त कर दिया गया है। सभी सुरक्षा कर्मियों को निर्देश दिया गया है कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई करें और उच्च अधिकारियों को सूचित करें।