दिल्ली के जामिया नगर स्थित बटला हाउस में पिछले दो दिनों से डिमोलिशन की कार्रवाई जारी है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद, बटला हाउस मुरादी रोड पर स्थित चार बिल्डिंगों को तोड़ने का काम शुरू किया गया है। इस कार्रवाई के कारण इलाके के लोगों में भारी नाराजगी है।
इलाके के निवासियों का कहना है कि उनके प्रतिनिधि, विधायक अमानुल्लाह खान और एमसीडी पार्षद नाज़िया दानिश, इस मामले में कहीं नजर नहीं आ रहे हैं। निवासियों के अनुसार, यह विवाद कुछ स्थानीय लोगों के बीच का है, जिसे अदालत तक पहुंचाया गया और अदालत ने इन बिल्डिंगों को तोड़ने का आदेश दिया।
एमसीडी और डीडीए की तरफ से की गई कार्रवाई में, बीते शुक्रवार को ही सभी मकान मालिकों को नोटिस दिया गया था कि वे अपनी बिल्डिंगों को जल्द से जल्द खाली कर दें। इन चार बिल्डिंगों में लगभग 25 से ज्यादा परिवार रहते हैं। अब इन परिवारों के सामने सबसे बड़ी समस्या यह है कि वे अब कहां जाएं।
इलाके के निवासियों ने बताया कि उन्होंने बिल्डर से फ्लैट खरीदे थे और अब बिल्डिंगों पर कार्रवाई होने से वे सभी नाराज और दुखी हैं। मंगलवार को शुरू हुई बिल्डिंग तोड़ने की कार्रवाई बुधवार को भी जारी रही। निवासियों का कहना है कि उनके घर टूटने से उन्हें भारी नुकसान हो रहा है और वे न्याय की गुहार लगा रहे हैं। प्रशासन की इस कार्रवाई से स्थानीय लोगों में गहरा असंतोष है और वे अपने प्रतिनिधियों से मदद की उम्मीद कर रहे हैं।