Burari News:दिल्ली के बुराड़ी इलाके में पुनः गलियों और नालियों के निर्माण का कार्य दिल्ली सरकार की ओर से शुरू हो चुका है। इस निर्माण कार्य में लगी हुई पुरानी सरकारी इंटरलॉक टाइल्स को वहां से हटाकर दूसरी जगह स्टॉक किया जा रहा है। लेकिन इन टाइल्स को लेकर अब दिल्ली सरकार के फ्लड विभाग और दिल्ली जल बोर्ड की लापरवाही के चलते भ्रष्टाचार के आरोप भी लगने शुरू हो चुके हैं।
स्थानीय बीजेपी निगम पार्षद अनिल त्यागी का आरोप है कि बुराड़ी इलाके में प्राइवेट ठेकेदार सरकारी तंत्र को धोखा दे रहे हैं। बड़े पैमाने पर फ्लड विभाग और दिल्ली जल बोर्ड में स्कैम चल रहा है, जिस पर उच्च अधिकारियों की नजर नहीं है। यह सरकारी संपत्ति का दुरुपयोग है। निगम पार्षद अनिल त्यागी ने बताया कि कुछ महीनों और वर्षों पहले कालोनियों में लगाई गई सरकारी इंटरलॉक टाइल्स को उखाड़कर एक जगह एकत्रित किया जाता है। उसके बाद बीरू जैसे कुछ प्राइवेट ठेकेदारों द्वारा नई कालोनी बसाने वाले कॉलोनाइजरों को बेचने का कार्य बुराड़ी में जोरों पर है।
अब इस पूरे मामले को लेकर निगम पार्षद अनिल त्यागी ने जांच की मांग की है। उन्होंने कहा है कि वह इस संबंध में दिल्ली के उपराज्यपाल विनय सक्सेना को पत्र लिखकर सीबीआई जांच की मांग करेंगे। उनका कहना है कि उन्होंने पहले भी कई बार दिल्ली उपराज्यपाल समेत संबंधित विभागों को शिकायत पत्र भेजे हैं, लेकिन कोई संज्ञान नहीं लिया गया। इस मामले में हमने प्रशासनिक अधिकारियों से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने बात करने और मामले पर बोलने से साफ इंकार कर दिया।
साथ ही विधायक संजीव झा ने भी ऑफ कैमरा बताया कि उन्होंने संबंधित विभाग से इस पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने कहा कि दोषी पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। अब बड़ा सवाल खड़ा होता है कि आखिरकार इन सरकारी टाइल्स को प्राइवेट ठेकेदार कैसे बेच रहे हैं। इतने बड़े स्कैम पर आखिर प्रशासनिक अधिकारी चुप्पी साधे क्यों बैठे हैं? क्या फ्लड विभाग और दिल्ली जल बोर्ड व अन्य विभाग के अधिकारी प्राइवेट ठेके
दारों से मिलीभगत कर इस सरकारी संपत्ति का दुरुपयोग कर रहे हैं? आवश्यकता है कि इस मामले की गहन जांच की जाए और दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए।