सीबीआई ने दिल्ली के लोक नायक अस्पताल के पूर्व चिकित्सा निदेशक डॉ. सुरेश कुमार, पूर्व सीएमओ डॉ. हेम प्रकाश, और दो प्राइवेट कंपनियों के मालिकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। इन पर दवाओं और चिकित्सा उपकरणों की खरीद में गंभीर अनियमितताओं और भ्रष्टाचार का आरोप है, जिससे सरकार को करोड़ों का नुकसान हुआ।
यह मामला 30 जुलाई को दर्ज किया गया और इसके बाद जांच शुरू की गई। सीबीआई के अनुसार, प्रारंभिक जांच में पता चला कि 2018 और 2021 के बीच एसआर सर्जिकल ने डॉ. हेम प्रकाश के साथ मिलकर अस्पताल को ब्रांडेड दवाइयां आपूर्ति कीं, जबकि विभागों द्वारा ऐसी किसी दवा की मांग नहीं की गई थी।
एफआईआर में कहा गया है, “प्रारंभिक जांच से यह सामने आया है कि डॉ. सुरेश कुमार और लोक नायक अस्पताल के अन्य अधिकारियों ने अडिसन इक्विपमेंट कंपनी को बार-बार अनुचित तरीके से लाभ पहुंचाया और इसकी दरों का अनुबंध बिना किसी वैध कारण के बढ़ाया।”
सीबीआई ने यह भी बताया कि खराब गुणवत्ता वाले उपकरणों को अधिक कीमत पर खरीदा गया, जबकि बेहतर गुणवत्ता वाले उपकरण कम कीमत पर उपलब्ध थे, जिससे सरकार को वित्तीय नुकसान हुआ और अडिसन इक्विपमेंट कंपनी को अनावश्यक लाभ हुआ।
सीबीआई के अनुसार, अस्पताल ने 2021 और 2022 के बीच एसआर सर्जिकल से 32.23 करोड़ रुपये की दवाइयां खरीदीं, जिसमें से 25.17 करोड़ रुपये की ब्रांडेड दवाइयां थीं। इसके अलावा, अडिसन इक्विपमेंट कंपनी को 2017 के बाद बिना कोई नया टेंडर जारी किए, एक साल तक सामान आपूर्ति करने की अनुमति दी गई, जो कि नियमों के खिलाफ था।
एफआईआर में कहा गया है कि “जनवरी 2020 से जुलाई 2021 तक अडिसन इक्विपमेंट कंपनी को बार-बार अनुबंध विस्तार दिया गया, बिना किसी वैध कारण के।”