Delhi नगर निगम (एमसीडी) स्थायी समिति के अंतिम (18वें) सदस्य का चुनाव शुक्रवार को आप और बीजेपी के बीच विवाद के बीच संपन्न हुआ। इस चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी सुंदर सिंह विजेता घोषित किए गए, जिनके पक्ष में 115 वोट पड़े, जबकि विरोध में कोई वोट नहीं आया। इस जीत के साथ ही एमसीडी स्टैंडिंग कमेटी में बीजेपी को बहुमत मिल गया और अब कमेटी का अध्यक्ष भी बीजेपी का होगा।
Delhi: आप और कांग्रेस ने किया चुनाव का बहिष्कार
इस चुनाव का आयोजन एमसीडी के एडिशनल कमिश्नर की अध्यक्षता में हुआ, जिसमें आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस के पार्षदों ने शामिल नहीं हुए। AAP ने एलजी के आदेश का विरोध करते हुए चुनाव का बहिष्कार किया।
बीजेपी को मिली बहुमत
एमसीडी में कुल 250 पार्षद होते हैं, लेकिन एक पार्षद के इस्तीफा देने के बाद संख्या 249 हो गई। कांग्रेस के नौ पार्षदों ने वोट नहीं डाला, जिससे कुल पार्षदों की संख्या घटकर 240 हो गई। बीजेपी के पक्ष में 115 पार्षदों का समर्थन मिलने के बाद सुंदर सिंह को विजेता घोषित किया गया।
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अरविंद केजरीवाल का तीखा बयान
AAP के नेता और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने चुनाव पर सवाल उठाते हुए कहा, “एमसीडी के कानून के मुताबिक, सदन की बैठक बुलाने का अधिकार सिर्फ मेयर को है, एलजी या कमिश्नर को नहीं। यह पूरी प्रक्रिया अवैध है।” उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी की नीयत में खोट है और ताबड़तोड़ चुनाव कराने के पीछे कोई साजिश हो सकती है।
आप का विरोध और चुनाव की राजनीति
इससे पहले, एमसीडी मेयर शैली ओबेरॉय ने चुनाव को 5 अक्टूबर तक स्थगित कर दिया था, लेकिन एलजी ने एमसीडी कमिश्नर को चुनाव संपन्न कराने का आदेश दिया। इसके बावजूद, आप और कांग्रेस ने चुनाव से दूरी बनाए रखी, जिससे बीजेपी प्रत्याशी को सीधा फायदा हुआ और सुंदर सिंह जीत गए।