Delhi के राजेंद्र नगर में हुए कोचिंग हादसे के खिलाफ छात्रों का गुस्सा बढ़ता ही जा रहा है। मंगलवार को बड़ी संख्या में छात्र मुखर्जी नगर की सड़कों पर उतर आए और प्रदर्शन किया। उन्होंने मुखर्जी नगर की मेन रोड को जाम कर दिया, जहां ‘हमें न्याय चाहिए’ के नारे गूंजते रहे। यह प्रदर्शन पुलिस के लिए भी चुनौतीपूर्ण साबित हुआ।
हादसे का विरोध और कोचिंग संस्थान की कार्रवाई
दिल्ली नगर निगम ने नियमों का उल्लंघन करने के कारण दृष्टि IAS कोचिंग संस्थान को सील कर दिया। इस घटना के बाद, छात्रों ने दृष्टि IAS के संस्थापक विकास दिव्यकीर्ति के घर के बाहर भी विरोध प्रदर्शन किया। विकास दिव्यकीर्ति के घर के बाहर जुटे छात्रों ने सरकार से न्याय की मांग की और बेसमेंट में चल रही क्लासेज़ को गैरकानूनी बताया।
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एलजी वीके सक्सेना की सक्रियता
राजधानी दिल्ली के लेफ्टिनेंट गवर्नर वीके सक्सेना ने भी इस मामले की गंभीरता को समझते हुए प्रदर्शन कर रहे छात्रों से मुलाकात की। उन्होंने छात्रों को आश्वस्त किया कि उनकी चिंताओं को ध्यान में रखा जाएगा और मामले की जांच की जाएगी।
सिस्टम की विफलता पर सवाल
दिल्ली के पुराने राजेंद्र नगर में हुई घटना ने बेसमेंट के गलत इस्तेमाल की समस्या को उजागर किया है। दिल्ली मास्टर प्लान 2021 और यूनिफाइड बिल्डिंग बायलॉज़ (यूबीबीएल) 2016 में बेसमेंट के इस्तेमाल के बारे में स्पष्ट निर्देश हैं, लेकिन इन नियमों का पालन नहीं किया जाता।
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ड्रिश्टी IAS का सील होना
ड्रिश्टी IAS कोचिंग सेंटर, जो सिविल सेवाओं की तैयारी के लिए प्रसिद्ध है, को हाल ही में सील कर दिया गया। इसके दरवाज़ों पर नए ताले लगे हुए थे और एक नोट चिपकाया गया था जिसमें अधिकारियों से संपर्क करने के निर्देश थे। अधिकारियों ने बताया कि बेसमेंट में क्लासेज़ चलाना गैरकानूनी है, इसलिए पाँच कमरों को सील कर दिया गया।
सामाजिक और कानूनी प्रतिक्रिया
इस स्थिति ने शहर में सुरक्षा और कानूनी मानकों पर बहस को जन्म दिया है। स्थानीय अधिकारियों ने इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए आगे की कार्रवाई की योजना बनाई है।
इस बीच, छात्रों का प्रदर्शन जारी है और उनकी मांग है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।
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