Delhi Dehradun Expressway: दिल्ली और देहरादून के बीच यात्रा के समय को दिसंबर 2024 तक केवल 2.5 घंटे तक लाने की योजना है। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने इस परियोजना को दिसंबर तक चालू करने की योजना बनाई है। सड़क परिवहन मंत्रालय के अधिकारियों ने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस योजना की जानकारी दी है।
दिल्ली-हरिद्वार लिंक 2025 में तैयार होगा
हालांकि, एक्सप्रेसवे का हरिद्वार तक का लिंक मई 2025 तक तैयार होगा। प्रधानमंत्री ने मंत्रालय को निर्देश दिया है कि परियोजना की समय पर पूरी होने को सुनिश्चित किया जाए और कोई भी देरी नहीं होनी चाहिए।
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परियोजना की विशेषताएँ और लागत
- यात्रा का समय: पूरी तरह से चालू होने के बाद, अक्षरधाम से देहरादून तक का यात्रा समय सिर्फ 2.5 घंटे हो जाएगा, जबकि वर्तमान में यह 6 घंटे है। इसी तरह, दिल्ली से हरिद्वार तक का यात्रा समय 2 घंटे होगा।
- लंबाई और लागत: 264 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेसवे और हरिद्वार लिंक की कुल लागत लगभग 14,285 करोड़ रुपये है, जो पूरी तरह से सरकारी फंडिंग द्वारा पूरी की जा रही है।
- विशेष सुविधाएँ: परियोजना में “एशिया का सबसे लंबा ऊंचा वन्यजीव गलियारा (12 किलोमीटर)” और जानवरों के लिए अंडरपास शामिल हैं, जो राजाजी नेशनल पार्क और शिवारिक रिजर्व वन क्षेत्रों में मानव-जानवर संघर्ष को कम करने के उद्देश्य से बनाए गए हैं।
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पहले चरण की स्थिति
NHAI के सूत्रों के अनुसार, दिल्ली-ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे (EPE) इंटरचेंज तक एक्सप्रेसवे का पहला चरण नवंबर तक चालू होने की उम्मीद है। इस हिस्से में गीता कॉलोनी, शास्त्री पार्क और सोनिया विहार जैसे दिल्ली के क्षेत्र और विजय विहार, कासिम विहार और मंडोला जैसे उत्तर प्रदेश के क्षेत्र शामिल हैं।
एंट्री और एग्जिट पॉइंट्स
- दिल्ली से यूपी: अक्षरधाम, गीता कॉलोनी, शमशान घाट (कैलाश नगर), सोनिया विहार, विजय विहार, और मंडोला पर एंट्री पॉइंट्स।
- यूपी से दिल्ली: मंडोला, विजय विहार और 5वीं पूस्ता पर एंट्री पॉइंट्स।
- टोल नियम: दिल्ली के भीतर एक्सप्रेसवे पर प्रवेश और निकासी करने वाले यात्री टोल से मुक्त रहेंगे।
इस एक्सप्रेसवे के खुलने से दिल्ली और उत्तर प्रदेश के बीच यातायात की जटिलता कम होगी और यात्रियों को काफी राहत मिलेगी।