Delhi News in Hindi: दिल्ली के सरकारी स्कूलों के 5000 शिक्षकों के अनुचित ट्रांसफर को लेकर एक महत्वपूर्ण प्रेस कांफ्रेंस आयोजित की गई।इस कांफ्रेंस में Education Department के वरिष्ठ अधिकारियों और teacher union representatives ने भाग लिया। शिक्षकों के इस स्थानांतरण पर उठाए गए सवालों के जवाब देने और स्थिति को स्पष्ट करने के लिए यह press conference आयोजित की गई थी।
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शिक्षकों का दावा
शिक्षकों का दावा है कि उनके transfers बिना किसी उचित कारण के किए गए हैं और यह प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी नहीं है। कई शिक्षकों ने बताया कि उनके transfers ऐसे स्कूलों में किए गए हैं जहां पहले से ही पर्याप्त स्टाफ है, जबकि उनके वर्तमान स्कूलों में शिक्षकों की कमी है। इससे छात्रों की शिक्षा पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।
शिक्षा विभाग का पक्ष
प्रेस कांफ्रेंस में शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव ने बताया कि यह transfers शिक्षा गुणवत्ता को सुधारने और शिक्षकों की जरूरत के आधार पर किए गए हैं। उन्होंने कहा कि विभाग ने सभी नियमों और प्रक्रियाओं का पालन किया है और किसी भी शिक्षक के साथ अन्याय नहीं किया गया है। हालांकि, teachers union representatives ने इस बयान को खारिज करते हुए कहा कि ट्रांसफर की प्रक्रिया में पारदर्शिता और न्यायसंगतता की कमी है।
शिक्षकों की मांगें
शिक्षकों ने अपनी मांगों को रखते हुए सरकार से अपील की है कि वे इस मामले की जांच कराएं और अनुचित transfers को रद्द करें। साथ ही, उन्होंने सरकार से यह भी अनुरोध किया कि भविष्य में किसी भी transfer process में पारदर्शिता और न्याय सुनिश्चित की जाए।
शिक्षा क्षेत्र में सुधार की आवश्यकता
यह press conference दिल्ली के शिक्षा क्षेत्र में चल रहे मुद्दों पर ध्यान आकर्षित करने और शिक्षकों के अधिकारों की रक्षा के लिए आयोजित की गई थी। इसके परिणामस्वरूप, उम्मीद है कि सरकार इस मामले को गंभीरता से लेकर उचित कदम उठाएगी।