Ghaziabad के डासना मंदिर में महंत यति नरसिंहानंद द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर की गई विवादित टिप्पणी को लेकर आज रविवार को 36 बिरादरियों की महापंचायत बुलाई गई थी। लेकिन पुलिस ने महापंचायत की अनुमति नहीं दी, जिसके चलते मंदिर के बाहर बैरिकेडिंग कर रास्ता बंद कर दिया गया।
इस दौरान पुलिस ने कई महापंचायत नेताओं को पहले ही हिरासत में ले लिया और पूरे जिले में सीआरपीसी की धारा 163 लागू कर दी गई।
Ghaziabad: भाजपा विधायक का विरोध और हाईवे पर पंचायत
महापंचायत पर रोक के बावजूद करीब एक हजार लोग और भाजपा विधायक नंदकिशोर अपने समर्थकों के साथ मंदिर में प्रवेश करने की कोशिश करने लगे। जब पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए बैरिकेडिंग की, तो लोगों ने इसे तोड़ने का प्रयास किया।
#Ghaziabad– #Dasna देवी मंदिर में महापंचायत को लेकर चप्पे चप्पे पर @ghaziabadpolice तैनात,देवी मंदिर को छावनी में तब्दील किया गया. विधायक @nkgurjar4bjp को उनके समर्थकों के साथ हाईवे पर रोका गया, मंदिर जाने की नहीं मिली अनुमति,महापंचायत को लेकर लखनऊ तक सभी अफ़सरो और नेताओं की नज़र pic.twitter.com/FpImCQcRAf
— विभोर अग्रवाल🇮🇳 (@IVibhorAggarwal) October 13, 2024
इस दौरान पुलिस और समर्थकों के बीच झड़प हो गई, जिसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। इससे भगदड़ मच गई और 50 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया गया। इसके विरोध में भाजपा विधायक नंदकिशोर हाईवे-9 पर समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गए और नारेबाजी करने लगे।
महापंचायत रोकने के लिए पुलिस की सख्ती
डीसीपी ग्रामीण सुरेंद्र नाथ तिवारी ने बताया कि महापंचायत में शामिल होने के लिए उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, और दिल्ली से सैकड़ों लोग पहुंचे थे। 50 से ज्यादा संत रात को ही मंदिर पहुंच चुके थे। जब उन्हें मंदिर में जाने से रोका गया, तो उन्होंने वहीं महापंचायत करने का ऐलान किया।
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यति नरसिंहानंद पिछले 7 दिनों से गायब हैं, और उनके समर्थकों का आरोप है कि पुलिस ने उन्हें गायब कर दिया है। पुलिस अभी भी उनकी तलाश कर रही है।
क्या है पूरा मामला?
29 सितंबर को गाजियाबाद के हिंदी भवन में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान महंत यति नरसिंहानंद ने पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी की थी, जिसके बाद मुस्लिम समुदाय में आक्रोश फैल गया। 3 अक्टूबर को उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई और इसके बाद विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए।
4 अक्टूबर को मंदिर में जबरन घुसने और तोड़-फोड़ करने की भी कोशिश की गई। अब तक इस मामले में 20 से ज्यादा एफआईआर दर्ज की गई हैं और 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस मंदिर के बाहर धारा 144 लगाकर सुरक्षा कड़ी कर चुकी है और महंत की तलाश जारी है।