Ghaziabad के राजापुर खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में एक शिक्षक ने अपने अधिकारियों पर भ्रष्टाचार और उत्पीड़न के आरोप लगाते हुए पेट्रोल की केन लेकर खुद को कमरे में बंद कर लिया। यह घटना तब हुई जब पुलिस बल मौके पर पहुंचा और समझाने का प्रयास किया।
Ghaziabad: शिक्षक का आरोप
शिक्षक सत्येंद्र त्यागी, जो कनौजा स्थित एक बेसिक विद्यालय में तैनात हैं, ने बताया कि 2018 में उन्हें निलंबित कर दिया गया था। इसके बाद, अधिकारियों द्वारा उन पर चार लाख रुपये से अधिक की रिश्वत वसूलने का आरोप लगाया गया। उन्होंने कहा कि उनका कोई काम नहीं हुआ और अब अधिकारियों द्वारा उन्हें उत्पीड़ित किया जा रहा है।
वेतन की समस्या
सत्येंद्र त्यागी का कहना है कि उन्हें रुका हुआ वेतन निकालवाने के लिए अधिकारियों के साथ संघर्ष करना पड़ रहा है। उन्होंने अपनी मांगों के समर्थन में पेट्रोल की केन लेकर कार्यालय के कमरे में प्रवेश किया।
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अधिकारियों की पहल
हालांकि, जब अधिकारियों ने उन्हें समझाने का प्रयास किया, तो उन्होंने पेट्रोल की केन वापस कर दी। लेकिन उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि उनकी सुनवाई नहीं की जाती है, तो वे कमरे के दरवाजे से बाहर नहीं निकलेंगे।
पुलिस की मौजूदगी
पुलिस बल घटनास्थल पर मौजूद है और स्थिति को नियंत्रण में लाने का प्रयास कर रहा है। इस घटना ने शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार और उत्पीड़न के गंभीर मुद्दों को उजागर किया है, और इससे पहले भी अमरोहा में एक शिक्षक ने उत्पीड़न के आरोपों के चलते आत्महत्या का कदम उठाया था।