Delhi News: Today दिल्ली के सैकड़ों साल पुराने घिटोरनी गांव के निवासी पानी की बूंद-बूंद के लिए तरस रहे हैं और अब पलायन करने की बात सोच रहे हैं। यह गांव, जो अपनी ऐतिहासिक धरोहर और पुरानी पीढ़ियों के निवास के लिए प्रसिद्ध है, अब जल संकट से जूझ रहा है। Water Crisis in Delhi गांव में न तो जल बोर्ड का पाइपलाइन है और न ही पर्याप्त ट्यूबवेल। टैंकर माफिया का कहर इस गांव पर भी देखा जा सकता है, जिससे पानी की उपलब्धता और भी कठिन हो गई है।
गांव के निवासियों ने पार्षद, विधायक और सांसद सभी से गुहार लगाई, लेकिन किसी ने भी उनकी सुनवाई नहीं की। अब स्थिति यह है कि यहां के लोग मजबूरन पीने का पानी खरीदकर अपने जीवनयापन के लिए संघर्ष कर रहे हैं। यहां के पुरुष, महिलाएं और बुजुर्ग सभी पानी की समस्या से बुरी तरह से प्रभावित हैं।
महिलाओं के लिए तो स्थिति और भी कठिन है, क्योंकि उन्हें घर का काम, खाना बनाना, कपड़े धोना और साफ-सफाई जैसे कामों के लिए पानी की आवश्यकता होती है। कई बार तो पूरा दिन गुजर जाता है और एक बूंद भी पानी नहीं आता। ऐसे में स्थानीय लोग बहुत दुखी और हताश हैं।
घिटोरनी गांव के निवासियों का कहना है कि पानी की समस्या यहां काफी समय से है, लेकिन हाल के दिनों में स्थिति और भी गंभीर हो गई है। अब लोग पलायन करने की बात कर रहे हैं, क्योंकि पानी के बिना जीवन यापन असंभव हो गया है। इस गांव के लोगों की यह व्यथा उन नेताओं के खिलाफ भी एक संदेश है, जो चुनाव के समय बड़े-बड़े वादे करते हैं, लेकिन जीतने के बाद अपनी जिम्मेदारियों से मुंह मोड़ लेते हैं।