Delhi के बाहरी इलाके में स्थित गोगा गांव के निवासी अपने विधायक शरद चौहान की झूठी वादों से परेशान हैं। शरद चौहान, जो आम आदमी पार्टी से जुड़े हैं, पिछले दस वर्षों से गोगा गांव के सामुदायिक भवन की स्थिति को ठीक नहीं कर पाए हैं। यह भवन खंडहर में तब्दील हो चुका है और गांव के लोग इसे साफ-सुथरा कर खुद ही कार्यक्रम आयोजित करते हैं।
सामुदायिक भवन की खराब स्थिति
गांव के लोगों का कहना है कि इस सामुदायिक भवन में न तो बिजली है और न ही पानी की सुविधा उपलब्ध है। विधानसभा चुनावों के करीब आते ही विधायक द्वारा भवन में लीपा-पोती शुरू कर दी गई है, लेकिन गांववासियों को इससे कोई राहत नहीं मिल रही। भवन की गंदगी और खराब स्थिति के कारण कोई भी बड़ा हादसा हो सकता है।
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विधायक की अनदेखी और गांव की समस्याएं
गांववाले बताते हैं कि विधायक शरद चौहान न तो गांव में आते हैं और न ही फोन पर बात करते हैं। भवन की चारों ओर गंदगी फैली हुई है, और न तो सफाई कर्मचारी हैं और न ही चौकीदार। आवारा पशु भी भवन के आसपास डेरा डाले हुए हैं। गोगा गांव की स्थिति इस बात को दर्शाती है कि विधायक की अनदेखी के चलते गांव का विकास ठप हो गया है।
विधायक की जिम्मेदारी और गांव की स्थिति
यह स्थिति गांव के विकास की दिशा में एक बड़ा सवाल उठाती है कि क्या दिल्ली को ‘पेरिस’ बनाने का सपना पूरा हो पाएगा, जब विधायक अपने क्षेत्र में दस साल से न हो?