Delhi Police साइबर सेल ने हाइबॉक्स ऐप से जुड़े धोखाधड़ी मामले में महत्वपूर्ण कार्रवाई की है। शुक्रवार को यूट्यूबर एल्विश यादव को पूछताछ के लिए बुलाया गया, जबकि साइबर सेल की IFSO यूनिट ने इस धोखाधड़ी के मास्टरमाइंड जे. शिवराम को गिरफ्तार कर लिया है।
Delhi Police: 18 करोड़ रुपये का फ्रॉड
गिरफ्तार आरोपी के चार बैंक खातों में मौजूद 18 करोड़ रुपये भी सीज किए गए हैं। आरोपी ने इस ऐप के माध्यम से निवेशकों को गारंटीड रिटर्न देने का लालच दिया, जिसके चलते लगभग 500 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी सामने आई है। इस मामले में कुल 151 शिकायतें प्राप्त हुई हैं।
सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स की भूमिका
दिल्ली पुलिस ने उन सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स और यूट्यूबर्स को भी नोटिस जारी किए हैं जिन्होंने हाइबॉक्स ऐप को प्रमोट किया। इनमें सौरव जोशी, अभिषेक मल्हान (@फुकरा इंसान), पुरव झा, एल्विश यादव, भारती सिंह, हर्ष लिंबाचिया, लक्षय चौधरी, आदर्श सिंह, अमित (@क्रेज़ी XYZ) और दिलराज सिंह रावत (@इंडियन हैकर) शामिल हैं।
EASEBUZZ और PHONEPE की जांच
पुलिस EASEBUZZ और PHONEPE की भूमिका की भी जांच कर रही है, क्योंकि हाइबॉक्स के धोखेबाजों के मर्चेंट खातों को बिना सत्यापन प्रक्रिया के खोला गया था।
धोखाधड़ी का तरीका
जांच में यह पता चला है कि जे. शिवराम ने निवेशकों की 18 करोड़ रुपये की रकम सत्रुल्ला एक्सप्रेस प्राइवेट लिमिटेड के चार बैंक खातों में जमा की थी। आरोपी ने चेन्नई, तमिलनाडु में स्थित एक ऑफिस स्पेस को सत्रुल्ला एक्सप्रेस प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर लीज पर लिया था, जहां से यह धोखाधड़ी की जा रही थी।
यहां हमारे व्हाट्सएप चैनल से जुड़ें
1% से 5% दैनिक ब्याज का लालच
आरोपी ने निवेशकों को 1% से 5% तक का दैनिक ब्याज देने का वादा किया, जो उन्हें आकर्षित करने के लिए था। हाइबॉक्स ऐप एक मोबाइल एप्लिकेशन है जो बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी का हिस्सा था।
जांच का दायरा
IFSO यूनिट को 16 अगस्त 2024 को 29 शिकायतें मिली थीं, जिनमें हाइबॉक्स के खिलाफ धोखाधड़ी की कई घटनाओं का जिक्र किया गया था। जांच के दौरान, पुलिस ने पाया कि NCRP पोर्टल पर इसी तरह की धोखाधड़ी के 488 और मामले भी लिंक किए गए थे।